लिवरपूल के कोच आर्ने स्लॉट ने साफ कर दिया है कि मोहम्मद सलाह के साथ उनका रिश्ता टूटने जैसी कोई स्थिति नहीं बनी है। मौजूद जानकारी के अनुसार, स्लॉट ने कहा कि उन्होंने ऐसा बिल्कुल महसूस नहीं किया, हालांकि सलाह को अपने मन मुताबिक महसूस करने का अधिकार है। बता दें कि सलाह को इंटर मिलान के खिलाफ चैंपियंस लीग मुकाबले के लिए टीम के साथ इटली नहीं ले जाया गया, जबकि उसी सुबह वे मुख्य टीम के साथ ट्रेनिंग में मौजूद थे।
गौरतलब है कि हाल ही में सलाह ने मीडिया के सामने यह आरोप लगाया था कि उन्हें क्लब द्वारा “बस के नीचे फेंका गया” और अब उनका कोच के साथ कोई रिश्ता नहीं बचा। यह बयान तब आया जब उन्हें लगातार तीसरी बार बेंच पर बैठाया गया था और लीड्स के खिलाफ 3-3 के ड्रॉ मैच में भी शुरुआत करने का मौका नहीं मिला था। स्लॉट ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे इस समय यह नहीं बता सकते कि क्या सलाह ने लिवरपूल के लिए अपना आखिरी मैच खेल लिया है।
स्लॉट ने आगे कहा कि सलाह अपने भाव प्रकट कर सकते हैं, लेकिन उन्हें मीडिया में इस स्तर पर साझा करने का अधिकार नहीं है। बता दें कि क्लब इस सीजन बदतर दौर से गुजर रहा है। मौजूद आंकड़ों के अनुसार, लिवरपूल ने 15 मैचों में सिर्फ चार जीत हासिल की हैं और चैंपियंस लीग तालिका में मात्र नौ अंकों के साथ 13वें स्थान पर हैं। वहीं घरेलू लीग में टीम नौवें स्थान पर खिसक चुकी है, जिससे क्लब का संकट और उभरकर सामने आया है।
सलाह, जिन्होंने अप्रैल में अपने करियर का सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट साइन किया और क्लब इतिहास में सबसे ज्यादा भुगतान पाने वाले खिलाड़ी बने, पिछले पांच वर्षों में दो प्रीमियर लीग और एक चैंपियंस लीग खिताब दिलाने में मुख्य चेहरा रहे हैं। हालांकि इस सीजन वे पूरी लय में नहीं लौट सके और 13 लीग मैचों में सिर्फ चार गोल कर पाए हैं। हालात को देखते हुए प्रबंधन और फैंस दोनों ही सलाह के भविष्य को लेकर असमंजस में हैं और क्लब के भीतर मनोवैज्ञानिक व सामरिक तनाव स्पष्ट रूप से बढ़ते दिखाई दे रहे हैं।
इस पूरे घटनाक्रम से इतना साफ है कि लिवरपूल में अंदरूनी असहमति और रणनीतिक असंतुलन के संकेत गहरे हो चुके हैं और अब टीम को वापसी के लिए सिर्फ जीत ही नहीं, बल्कि ड्रेसिंग रूम में भरोसे और साख की भी मरम्मत करनी होगी हैं।