भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान क्रिकेट का उदाहरण देकर बताया कि भारत का एयर डिफेंस कितना मजबूत है। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने खुद को विराट कोहली का फैन बताया। इसके बाद उन्होंने एयर डिफेंस की मजबूती और सटीक लक्ष्य बनाने की क्षमता के बारे में बताने के लिए ऑस्ट्रेलिया के दो खूंखार डेनिस लिली और जैफ थॉमसन का उदाहरण भी दिया।
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि, हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठिन है… मैने देखा कि विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है, वह मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं। 1970 के दशक में, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज के दौरान, दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप को तहस-नहस कर दिया था। तब ऑस्ट्रेलियाई में एक कहावत शुरू हुआ एशेज टू एशेज, डस्ट टू डस्ट, अगर थॉमो को नहीं मिला तो लिली को जरूर मिलेगा। अगर आप लेयर्स देखते हैं, तो आप समझेंगे कि मैं क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। भले ही आप सभी लेयर्स को पार कर गए हों, लेकिन इस ग्रिड सिस्टम की लेयर्स में से एक आपको मार गिराएगी।
बता देंकि, थॉमो के नाम से विख्यात जेफ थॉमसन क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने 1975 में पर्थ में वेस्टइंडीज के खिलाफ 160.6 किमी प्रित घंटा की गति से गेंद फेंकी थी, जो उस समय की सबसे तेज गेंद थी और सर्वकालिक चौथी सबसे तेज गेंद थी। डेनिस लिली 70 और 80 के दशक की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने 70 टेस्ट में 355 विकेट लिए। 63 वनडे में 103 विकेट झटके। 198 फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 882 और 102 लिस्ट ए क्रिकेट मैचों में 165 विकेट लिए।
#WATCH | Delhi | DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai says, “Targetting our airfields and logistics is way too tough… I saw that Virat Kohli has just retired from test cricket; he is one of my favourites. In the 1970s, during the Ashes between Australia and England, two… pic.twitter.com/B3egs6IeOA