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Saudi-इंडोनेशिया-वियतनाम, पिनाका के लिए लाइन लगाकर खड़े हुए भारत के जिगरी

जब रॉकेट हवा में उड़ते हैं तो वो केवल हथियार होते हैं। लेकिन रॉकेट जब दुनिया की सोच ही बदल दे तो उसे भारत का पिनाका कहा जाता है। भगवान शिव के धनुष पिनाक के नाम पर भारत के देसी पिनाका का नाम रखा गया। एक ऐसा मिसाइल सिस्टम जो पलक झपकते दुश्मन को खाक करने का दम रखता है। 44 सेकेंड में 12 रॉकेट फायर करने के बाद तो सिर्फ  धुंआ ही धुंआ नजर आता है। अब खबर आ रही है कि भारत के मित्र देश सऊदी अरब, इंडोनेशिया और वियतनाम ने पिनाका खरीदने में दिलचस्पी जता दी है। इस बात का खुलासा पिनाका का निर्माण करने वाली कंपनी सोलर इंडस्ट्री के कार्यकारी निदेशक रिटायर्ड मेजर जनरल बी आर्य ने किया है। उन्होंने सबके सामने आकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि सऊदी अरब, इंडोनेशिया और वियतनाम ने गाइडेड पिनाका को खरीदने में दिलचस्पी जताई है। 

हाल ही में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में जो किया उसने एक ही बात दुनिया को समझा दी कि भारत अब केवल रक्षा ही नहीं करता है। बल्कि निर्णायक वार करता है और इस मिशन में भारत में बना मल्टीबैरल रॉकेट सिस्टम पिनाका, जिसकी गूंज पाकिस्तान में इतनी तेज हुई कि पूरा पाकिस्तान और चीन थर्रा गया। पिनाका केवल एक रॉकेट सिस्टम नहीं बल्कि भारत की एक नई रणनीतिक सोच का प्रतीक है। ये कोई आम रॉकेट सिस्टम नहीं है। भारत में स्वदेशी तौर पर विकसित की गई पिनाका रॉकेट सिस्टम के तीन वैरिएंट हैं। एमके-1, एमके-2, एमके-3 और तीनों के अलग-अलग वैरिएंट हैं। इसकी अधिकतम रेंज 120 किलोमीटर तक है। पलक झपकते ही ये अपने साथ पूरे 72 रॉकेट दाग देता है। 

कौन से देश पिनाका एमबीआरएल रॉकेट लॉन्चर खरीदने की तैयारी में हैं?

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सऊदी अरब, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देशों ने पिनाका एमबीआरएल खरीदने में गंभीर रुचि दिखाई है  यह एक उन्नत, उपग्रह-निर्देशित प्रणाली है जो 75 किमी की दूरी तक पहुँच के साथ सेकंड में 12 रॉकेट दागने में सक्षम है। यह डेवलपमेंट ऐसे समय में हुआ है जब ब्रह्मोस और आकाश वायु रक्षा प्रणालियों जैसे अन्य रक्षा उपकरणों की भी दुनिया भर से भारी मांग देखी जा रही है, जिससे भारत के रक्षा बुनियादी ढांचे के विकास में मदद मिल रही है। 

पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम क्या है?

पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम के लिए सटीक स्ट्राइक संस्करण एक पूरी तरह से स्वदेशी हथियार प्रणाली है जिसे अनुसंधान केंद्र इमारत, रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला, उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला और युद्ध सामग्री के साथ प्रमाण और प्रायोगिक प्रतिष्ठान के सहयोग से आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। इंडिया लिमिटेड और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड गोला-बारूद के लिए उत्पादन एजेंसियों के रूप में और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और लार्सन एंड टुब्रो पिनाका लॉन्चर और बैटरी कमांड पोस्ट के लिए।  

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