ट्रंप प्रशासन द्वारा सैन्य विमान के जरिए प्रवासियों को भारत भेजने की खबरों के बीच अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू कर रही है और अवैध प्रवासियों को हटाया जा रहा है। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि ये कार्रवाइयां एक स्पष्ट संदेश भेजती हैं। दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि मुझे भारत के लिए विमान के उड़ान भरने की खबर मिली है। मगर मैं कोई विवरण साझा नहीं कर सकता। डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यभार संभालने से पहले ही ये साफ कर दिया था कि जो लोग अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं, उनको उनके देश वापस भेजा जाएगा। इस दिशा में वो मैक्सिको के लोगों के खिलाफ ये कदम उठा चुके हैं।
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कोलंबिया के लोग उनकी लिस्ट में हैं और अब खबर आई है कि भारतीयों के खिलाफ भी उन्होंने बड़ा एक्शन लिया है। अमेरिका से भारत आ रही फ्लाइट में 205 अवैध प्रवासी भारतीय हैं। यह फ्लाइट अमेरिका के टेक्सास से उड़ान भरी है. उम्मीद है कि जर्मनी होते हुए यह अमृतसर लैंड कर सकता है। प्लेन रिफ्यूलिंग के लिए विमान जर्मनी में रुक सकता है. यहां बताना जरूरी है कि अमेरिका में अवैध प्रवासी भारतीयों की संख्या 7.25 लाख है।
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ट्रम्प के दोबारा कार्यालय संभालने के बाद यह पहली बार है कि भारत को सैन्य निर्वासन कार्यक्रम में शामिल किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पेंटागन ने अब एल पासो, टेक्सास और सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में हिरासत में लिए गए 5,000 से अधिक प्रवासियों को निर्वासित करने के लिए उड़ानों की व्यवस्था करना शुरू कर दिया है।