पहलगाम में कायराना हमले के बाद हिंदुस्तान की तरफ से न तो एक भी गोली चलाई गई, न एक भी बम चलाया गया और न ही एक भी मिसाइल दागी गई। लेकिन राफेल ने एलओसी के नजदीक जाकर जरूर रेकी की थी। जिसके बाद से ही पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं। राफेल फ्रेंच भाषा का शब्द है इसका शाब्दिक अर्थ है हवा का तेज झोंका। लेकिन पाकिस्तान व उसके वजीर-ए-आला के लिए इसका अर्थ है डर का तेज झोंका। इसी डरक में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री की बौखलाहट खुलकर सामने आई है। बौखलाहट में उन्होंने राफेल को लेकर एक अजब गजब दावा कर दिया है। आए दिन पाकिस्तान की तरफ से चाहे वहां के मंत्री हो या नेता कुछ बेतुके बयान दिए जा रहे हैं। उसी कड़ी में जंग से पहले की ख्वाजा आसिम खौफ में नजर आ रहे हैं। राफेल की तारीफ पर ख्वाजा आसिम भड़क गए हैं।
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एक अमेरिकी टीवी चैनल पर बैठकर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ कह चुके हैं कि पाकिस्तान तीन दशक से आंतकवाद को पालने का काम कर रहा है। मतलब इसे एक तरह का कबूलनामा कह सकते हैं कि पहलगाम में जो कुछ भी हुआ वो पाकिस्तान के आंतकवादियों ने करवाया। पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने भी ये माना कि हमारे यहां आतंकवाद को पाला-पोसा जाता है। अब तो हद ही हो गई जब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने ये दावा कर दिया कि हमने राफेल को जाम कर दिया। पाकिस्तान जैसा पिद्दी देश जिसके बाद दो दिन से ज्यादा का गोला बारूद नहीं है। डीजल तक नहीं है कि अपने टैंकों को बॉर्डर तक लेकर आ सके। लेकिन इनके पास ऐसी टेक्नोलाजी आ गई है कि वो राफेल को जाम कर सके।
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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) जे-10सीई लड़ाकू जेटकेजी 600 जैमिंग पॉड से लैस हैं। उसने कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास गश्त कर रहे चार भारतीय वायु सेना (आईएएफ) राफेल जेट के रडार और संचार प्रणालियों को सफलतापूर्वक बाधित कर दिया। यह दावा, जिसमें सुझाव दिया गया था कि चीनी निर्मित जे-10सीई ने राफेल के उन्नत थेल्स आरबीई2 एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (एईएसए) रडार को दबा दिया, ने सोशल मीडिया और रक्षा विश्लेषकों के बीच व्यापक संदेह और उपहास को जन्म दिया। आलोचकों ने राफेल के स्पेक्ट्रा इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सूट की तकनीकी श्रेष्ठता की ओर इशारा किया और पाकिस्तान के दावों को अतिरंजित प्रचार के रूप में खारिज कर दिया कथित मुठभेड़ 22 अप्रैल, 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच हुई, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए और भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को इसके लिए दोषी ठहराया।
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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेशर्स- संभवतः KG600 जैमिंग पॉड का उपयोग करने वाले J-10CE जेट ने राफेल को रडार और संचार क्षमताओं को खोने के लिए मजबूर किया, जिससे उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक्स जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर प्रवर्धित यह दावा पाकिस्तान की सैन्य शक्ति और उसके चीनी-आपूर्ति वाले हार्डवेयर की प्रभावशीलता को प्रोजेक्ट करने के लिए था। हालाँकि, इस मामले पर भारत की चुप्पी और रक्षा विशेषज्ञों और नेटिज़न्स द्वारा तेजी से किए गए खंडन ने कथा पर संदेह पैदा किया, जिसमें कई लोगों ने इसे तथ्यात्मक विवरण के बजाय घरेलू मनोबल बढ़ाने वाली रणनीति के रूप में लेबल किया।
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