नयी दिल्ली। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता में कई नई पहल हुई हैं और उपलब्धियां हासिल की गयी हैं। देश सप्ताहांत में दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारत ने जी20 विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक में पूरी तरह से बातचीत के जरिए स्वीकृत जी20 विदेश मंत्री परिणाम दस्तावेज और अध्यक्ष सारांश (एफएमएम ओडीसीएस) पेश करने वाला पहला देश बनकर अग्रणी भूमिका निभाई। इस व्यापक दस्तावेज में सदस्य देशों से संबंधित महत्वपूर्ण थीम रेखांकित की गयी हैं जिनमें बहुपक्षवाद को मजबूत करना, आतंकवाद का मुकाबला करना और वैश्विक स्वास्थ्य चिंताओं पर ध्यान देना शामिल है।
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सूत्रों ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में उद्घाटनसम्मेलन के रूप में ‘वॉइस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट’ की मेजबानी की गयी। उन्होंने कहा कि दो दिन में 10 सत्रों में 125 देशों की सहभागिता के साथ इस ऐतिहासिक आयोजन ने उन्हें विकासशील देशों की चिंताओं, विचारों, चुनौतियों और प्राथमिकताओं पर बात करने का मंच मुहैया कराया। इसी तरह कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों की जी20 बैठक, जी20 की डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों की बैठक और अन्य बैठकें भी हुईं।