लगातार चार मैच में हार से आहत भारतीय पुरुष हॉकी टीम को अगर खिताब की अपनी उम्मीदों को बनाए रखना है तो उसे ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ शनिवार को यहां होने वाले पुरुष एफआईएच प्रो लीग मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
टूर्नामेंट का यूरोपीय चरण भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए निराशाजनक रहा। उसे एम्सटेलवीन में ओलंपिक चैंपियन नीदरलैंड से 1-2 और 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद अर्जेंटीना के खिलाफ भी टीम दोनों मैच हार गई। भारत अभी 12 मैचों में 15 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है और उसे अहम अंक जुटाने और टॉप तीन में जगह बनाने की दौड़ में बने रहने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मजबूती से वापसी करनी होगी।
उंगली में चोट के कारण अर्जेंटीना के खिलाफ पिछले मैच में नहीं खेल पाने वाले भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह इस बात से अच्छी तरह से वाकिफ हैं कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच कितना अहम है। हरमनप्रीत ने कहा कि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हमारे लिए बेहद अहम होगी, क्योंकि इससे न केवल हमें अहम अंक हासिल करने में मदद मिलेगी, बल्कि टीम को जीत की लय भी मिलेगी। पिछले चार मैचों में हमारे कुछ मुकाबले करीबी रहे हैं लेकिन हमें हार का सामना करना पड़ा। हम इसे बदल कर जीत हासिल करना चाहते हैं।
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ भारत को अब किसी भई तरह की गलती से बचना होगा और जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगानी होगी। भारत ने पेरिस ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया को हराया था और टीम उस मैच से प्रेरणा लेने की कोशिश करेगी। भारत अपने यूरोपीय चरण का समापन 21 और 22 जून को बेल्जियम के खिलाफ दो मैचों के साथ करेगा।