आईपीएल 2025 में आधे से ज्यादा मैच हो चुके हैं। वहीं आईपीएल के 18वें सीजन में प्लेऑफ में पहुंचने के लिए टीमों के बीच रेस तेज हो गई है। केकेआर, लखनऊ और चेन्नई सुपर किंग्स ने आधा सफर तय कर लिया है तो बाकी टीमें आधे सफर की दहलीज पर हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि किसी एक टीम को प्लेऑफ्स में अपना स्थान सुनिश्चित करने के लिए कम से कम कितने मैच जीतने की आवश्यकता होता है और किन परिस्थितियों में उतने मैच जीतने के बावजूद टीमें प्लेऑफ से बाहर हो जाती हैं।
आईपीएल 2025 का फॉर्मेट
आईपीएल 2025 में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें दो ग्रुप्स में बांटा गया है। ग्रुप A में चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रॉयल्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, पंजाब किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स हैं तो ग्रुप B में मुंबई इंडिंयस, सनराइजर्स हैदराबाद, दिल्ली कैपिटल्स, गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जायंट्स की टीमें शामिल हैं। दोनों ग्रुप्स में टीमों को एक क्रम में रखा जाता है और अपने समान वाली टीम से उन्हें दो मैच खलने होते हैं। अपने ग्रुप में सभी टीम से 2-2 मैच भी खेलने होते हैं और दूसरे ग्रुप की समान टीम को छोड़कर बाकी चारों टीमों से एक मैच खेलना होता है।
प्रत्येक टीम लीग चरण में कुल 14 मैच खेलती हैं। कुछ टीमों के खिलाफ दो बार और कुछ के खिलाफ एक बार मैच खेलना होता है। लीग चरण के अंत में अंक तालिका में टॉप चार में रहने वाली टीमें प्लेऑफ्स के लिए क्वालिफाई करती हैं।
वहीं आईपीएल के इतिहास और पिछले सीजनों के आंकड़ों के आधार पर नजर डालें तो प्लेऑफ्स का टिकट हासिल करने के लिए टीमों को 8 जीत या 16 अंक की जरूरत होती है। हालांकि, 7 मैच जीतने वाली या 14 अंक हासिल करने वाली टीमें भी कई बार प्लेऑफ में जगह बना चुकी हैं लेकिन तब ज्यादातर टीमों का प्रदर्शन बेहतर होता है और नेट रनरेट की लड़ाई भी कांटे की हो जाती है। साल 2024 के आईपीएल सीजन में चुन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 7-7 मैच जीते और दोनों के 14-14 अंक थे लेकिन बेंगलुरु ने अपने नेट रनरेट बेहतर किया और वे प्लेऑफ में पहुंच गए तो सीएसके बाहर हो गई।