महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसा नाम जिसने ना सिर्फ भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी बल्कि कई खिलाड़ियों को भी उन्होंने ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की है। वहीं उनके द्वारा टीम के मद्देनजर लिए गए निर्णय भी काफी खास हैं, जिनकी बदौलत टीम ने कई बार जीत हासिल की है। मैच के दौरान कई बार देखा गया है कि महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसे फैसले लिए हैं जिनसे पूरे मैच का रुख बदल गया है। वहीं वो एंपायर के फैसलों को चुनौती देने से भी नहीं डरते और सही साबित होते है।
ऐसा ही कुछ हुआ 23 अप्रैल को चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के मुकाबले के बीच जब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ये साबित कर दिया कि डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) नहीं बल्कि धोनी रिव्यू सिस्टम है। कप्तान के तौर पर उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेल के दौरान एलबीडब्ल्यू के फैसले की समीक्षा ली और आमतौर की तरह वो फिर गलत साबित नहीं हुए। मैच के दौरान ये घटना 18वें ओवर में हुई जिसे तुषार देशपांडे ने फेंका। तुषार ने वीज़ को स्टंप्स के सामने ही कैच कर लिया।
इस कैच को अंपायर नितिन मेनन ने रियल टाइम में नॉट आउट करार दिया। महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स के एक फिल्डर द्वारा बॉल कैच करने के बाद डीआरएस का इशारा किया। दरअसल वीज़ ने गलत लाइन खेली थी और गेंद उनके जांघ के पैड पर लगी थी, जिससे अंपायर को विश्वास हो गया कि गेंद शायद स्टंप के ऊपर से चली गई होगी। ऐसे में अंपायर ने आउट नहीं दिया, मगर धोनी ने डीआरएस लिया।
वहीं डीआरएल लेने के बाद रिप्ले में पता चला कि गेंद लेग स्टंप के ऊपर से टकराएगी। ऐसे में मैदान के अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा। दरअसल आउट होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने डिलीवरी के लिए देशपांडे की सराहना भी की। वहीं कोलकाता के नाइट राइडर्स के कप्तान नीतीश राणा ने भी जब रिप्ले देखा तो वो दंग रह गए। इस फैसले को बदलने को लेकर भी उन्होंने काफी सराहा। बता दें कि इस मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने नाइट राइडर्स पर 49 रन की व्यापक जीत दर्ज की और सात मैचों में पांच जीत के साथ तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया।
ऐसा था मुकाबला
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई ने 20 ओवर में चार विकेट गंवाकर 235 रन बनाए। ये इस सीजन का सबसे बड़ा स्कोर था जिसे कोलकाता नाइट राइडर्स अपने होम ग्राउंड में भी चेज करने में सफल नहीं हो सकी। चेन्नई की टीम द्वारा बनाया गया आईपीएल में ये तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। बड़े स्कोर को चेज करने उतरी कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम की शुरुआत बेहद ही खराब रही थी।