न्यूयॉर्क । दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों और श्रीलंका के गेंदबाजों के बीच सोमवार को यहां होने वाले टी20 विश्व कप के ग्रुप डी के मैच में रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है। दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी काफी मजबूत है तो श्रीलंका के पास विविधता पूर्ण गेंदबाजी आक्रमण है। दोनों ही टीम अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान देकर शुरू में ही अंक तालिका में खाता खोलने की कोशिश करेंगे। इस ग्रुप में नीदरलैंड, बांग्लादेश और नेपाल की टीम की शामिल हैं जो उलट फेर कर सकती हैं। दक्षिण अफ्रीका के पास कप्तान एडेन मार्कराम, विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन, क्विंटन डी कॉक, डेविड मिलर और ट्रिस्टन स्टब्स जैसे बल्लेबाज हैं। क्लासेन और स्टब्स बेहतरीन फॉर्म में हैं। इन दोनों ने हाल में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया।
क्लासेन ने सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से 16 मैच में 471 रन जबकि स्टब्स ने दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेलते हुए चार मैच में 378 रन बनाए। इन दोनों बल्लेबाजों ने तब अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखाया जब बीच के ओवरों में स्पिनर गेंदबाजी कर रहे होते हैं। स्पिनरों के खिलाफ इन दोनों का आक्रमक रवैया निश्चित तौर पर श्रीलंका के स्पिनर कप्तान वानिंदु हसरंगा और महीश थीक्षाना के लिए चिंता का विषय होगा। टी20 विश्व कप में अभी तक नॉकआउट में जगह बनाने में नाकाम रहा श्रीलंका ऐसे में तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना और दिलशान मधुशंका को भी बीच के ओवरों में गेंद सौंप सकता है।
दक्षिण अफ्रीका को हालांकि हाल में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 श्रृंखला में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था और श्रीलंका इससे प्रेरणा लेने की कोशिश करेगा। श्रीलंका को अगर आगे बढ़ना है तो उसके बल्लेबाजों को भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उसके पास अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज, विस्फोटक कुसल मेंडिस और धनंजय डी सिल्वा जैसे बल्लेबाज हैं, जबकि पूर्व कप्तान दासुन शनाका निचले क्रम में कुछ तेज रन बना सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी में श्रीलंका की तरह विविधता नहीं है और वह काफी हद तक तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा और बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर तबरेज़ शम्सी पर निर्भर रहेगा।