आज यानी की 20 अक्तूबर को भारत के लिए खेलने वाले अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं। वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट की दुनिया में कई रिकॉर्ड बना चुके हैं। इसके अलावा वह सोशल मीडिया पर भी काफी पॉपुलर हैं। महज 12 साल की उम्र से ही वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकेट खेलना शुरूकर दिया था। लेकिन एक घटना के कारण इनके पिता ने सहवाग के क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया था। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और परिवार
हरियाणा में 20 अक्तूबर 1979 को वीरेंद्र सहवाग का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम कृष्ण सहवाग था, जोकि अनाज का व्यापार करते थे। वीरेंद्र सहवाग ने अपनी शुरूआती शिक्षा हरियाणा से पूरी की। वहीं 12वीं पास करने के बाद उन्होंने दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने विकासपुरी में स्थित क्रिकेट कोचिंग सेंटर में कोच एएन शर्मा से क्रिकेट के दांव-पेंच सीखे थे।
पिता ने क्रिकेट खेलने पर लगाया था प्रतिबंध
बताया जाता है कि वीरेंद्र सहवाग की क्रिकेट में रुचि 7 महीने की उम्र से ही दिखने लगी थी, जब उन्होंने वीरू को खिलौने वाला बैट लाकर दिया था। फिर 12 साल की उम्र में वीरेंद्र सहवाग का क्रिकेट खेलने के दौरान दांत टूट गया था। जिसके बाद सहवाग के पिता ने उनके क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि बाद में मां की इजाजत मिलने के बाद उनको क्रिकेट खेलने की इजाजत मिली थी।
सहवाह को मिले कई उपनाम
वीरेंद्र सहवाग दाएं हाथ के बल्लेबाज के तौर पर फेमस हैं। उनको वीरू, मुल्तान के सुल्तान, नजफगढ़ के नवाब और जेन मास्टर ऑफ मॉडर्न क्रिकेट जैसे नामों से जाना जाता है। वहीं वीरू के नाम पर कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। उन्होंने साल 2004 में पाकिस्तान के मुल्तान में 304 रन बनाए थे। इस शानदार पारी के बाद वीरेंद्र सहवाग को ‘सुल्तान ऑफ मुल्तान’ का टाइटल दिया गया था।