शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की सदस्य भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्य की पुष्टि की और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति में प्रतिमान बदलाव का वर्णन किया। एएनआई से बात करते हुए स्वराज ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल एक सैन्य अभियान था, बल्कि न्याय के लिए एक नया संकल्प था जिसे भारत ने दुनिया के सामने पेश किया है। आज के मन की बात एपिसोड में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेड-इन-इंडिया तकनीक और मेड-इन-इंडिया हथियारों के बारे में बात की।
इसे भी पढ़ें: ‘जो सिंदूर मिटाएगा, उसका मिटना तय है’, PM बोले- आतंक फैलाने वालों ने सपनों में भी नहीं सोचा होगा कि…
बांसुरी स्वराज ने कहा कि आतंकवाद के संबंध में भारत की नीति में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है, जहां यह कहा गया है कि आतंक और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते, खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, व्यापार और आतंकवाद एक साथ नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध में भारत ने दुनिया के सामने एक नया उदाहरण पेश किया है। इस संबंध में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पहले यूएई गया और अब कांगो, लाइबेरिया और सिएरा लियोन जैसे विभिन्न पश्चिमी अफ्रीकी देशों में गया।
इसे भी पढ़ें: World Threat Assessment Report 2025 में India, China, Pakistan के बारे में जो कुछ कहा गया है वो आपको जरूर पढ़ना चाहिए
यूएई की यात्रा का वर्णन करते हुए, भाजपा सांसद स्वराज ने अमीराती समाज के विभिन्न वर्गों से मिले समर्थन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यूएई ने एक ठोस मित्र की भूमिका निभाई है। भारत के साथ मिलकर, स्पष्ट समर्थन का संदेश दिया है। उसने पूरा समर्थन दिया है और जिस तरह का समर्थन हमें वहां मिला, वह न केवल नेतृत्व से बल्कि भारतीय प्रवासियों से भी देखने लायक था और दिलों को खुश कर गया। स्वराज ने यह भी रेखांकित किया कि दुनिया ऑपरेशन सिंदूर के आदर्श वाक्य के पीछे की भावना को समझ रही है। “ऑपरेशन सिंदूर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सिंदूर अब ‘श्रृंगार’ का पर्याय नहीं है, बल्कि बहादुरी और शक्ति का प्रतिबिंब भी है।