चल रहे विधानसभा सत्र के बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) नेता जीतन राम मांझी पर जमकर बरसे। आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान कुमार पूर्व मुख्यमंत्री पर अपना आपा खो बैठे। विधानसभा में बोलते हुए कुमार ने कहा कि मांझी को उनकी मूर्खता के कारण राज्य का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला है। हंगामा तब हुआ जब मांझी बिल पर अपना संबोधन दे रहे थे। बिल पर चर्चा के दौरान पूर्व सीएम ने कहा कि उन्हें बिहार में हुई जातीय जनगणना पर भरोसा नहीं है। मांझी ने पूछा कि दावा किया गया है कि हर 10 साल पर आरक्षण की समीक्षा की जाएगी, लेकिन क्या बिहार सरकार ने आरक्षण की समीक्षा की है? अब तक 16 फीसदी आरक्षण होना चाहिए था लेकिन अब तक सिर्फ 3 फीसदी ही है। आरक्षण बढ़ाना अच्छी बात है, लेकिन ज़मीन पर क्या है?
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मांझी का भाषण बिहार के मुख्यमंत्री को पसंद नहीं आया और उन्होंने अपना आपा खो दिया। उन्होंने कहा, “वह (मांझी) मेरी मूर्खता के कारण मुख्यमंत्री बने…क्या उन्हें कोई ज्ञान है? वह अब राज्यपाल बनना चाहते हैं…पहले भी वह आपके (भाजपा) पीछे भागते थे, कृपया उन्हें राज्यपाल बना दें।” नीतीश ने कहा कि यह मेरी गलती थी कि मैंने इस व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दिया था… दो महीने में ही मेरी पार्टी के लोग कहने लगे कि कुछ गड़बड़ है इन्हें हटाओ… फिर मैं (सीएम) बन गया… वे(जीतन राम मांझी) कहते रहते हैं कि वह भी मुख्यमंत्री थे… वह मेरी मूर्खता के कारण मुख्यमंत्री बने। इससे पहले गुरुवार को बिहार विधानसभा में आरक्षण संशोधन विधेयक सर्वसम्मति से पारित हो गया।
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि ये वही नीतीश कुमार हैं जो आज से कुछ दिनों पहले थे। मुझे लगता है कि कहीं न कहीं उनके दिमाग में कुछ कमजोरियां हैं, जिस वजह से वे ऐसी बात कर रहे हैं… वे(नीतीश कुमार) 1985 में विधायक बनें, मैं 1980 से विधायक हूं… वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।
#WATCH पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राम मांझी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ”… यह मेरी गलती थी कि मैंने इस व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दिया था… दो महीने में ही मेरी पार्टी के लोग कहने लगे कि कुछ गड़बड़ है इन्हें हटाओ… फिर मैं (सीएम) बन गया… वे(जीतन राम… pic.twitter.com/C26m73942R