9 जून 2024 को पीएम मोदी के शपथ ग्रहण के साथ ही देश में बीजेपी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार एनडीए गठबंधन की सरकार का गठन हो गया है। शपथ ग्रहण के दौरान प्रधानमंत्री के साथ-साथ 71 अन्य मंत्रियों ने शपथ ली। कई नेताओं की कैबिनेट से छुट्टी होने के बावजूद भी धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री बनने में सफल रहे। प्रधान मूलतः उड़ीसा के अनुगुल जिले के रहने वाले हैं। हाल ही में बीजेपी नवीन पटनायक की सरकार को 25 साल बाद हराकर सत्ता हासिल करने में सफल रही है। बीजेपी की इस प्रचंड जीत में धर्मेंद्र प्रधान की अहम भूमिका मानी जी रही है।
धर्मेंद्र प्रधान का जन्म 26 जून 1969 को उड़ीसा के अनुगुल जिले के तालचेर शहर में हुआ था। प्रधान का परिवार राजनीति से जुड़ा रहा है। उनके पिता का नाम देवेंद्र प्रधान तथा मां बसंती मंजरी प्रधान है। धर्मेंद्र प्रधान के पिता 1999 से 2004 तक अटल बिहारी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने शहर से ही प्राप्त की 1988 में उन्होंने तालचेर कॉलेज उत्कल विश्वविद्यालय से बीए तथा 1990 में वाणी विहाल उत्कल विश्वविद्यालय से एमए किया। प्रधान ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत कॉलेज के दिनों में पढ़ाई करते हुए ही शुरू की थी। 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ प्रधान जुड़ गए थे।1985 में तालचेर में अध्यक्ष छात्र संघ के अध्यक्ष बनने का भी उन्हें सौभाग्य प्राप्त हुआ।
ओबीसी श्रेणी से आने वाले प्रधान ने 1988 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। 2004 में धर्मेंद्र प्रधान लोकसभा के लिए उड़ीसा के देवगढ़ लोकसभा क्षेत्र से चुने गए। राजनीति में लगातार आगे बढ़ने वाले धर्मेंद्र प्रधान को 2019 में उड़ीसा के पल्लाहारा विधानसभा क्षेत्र से हर का सामना करना पड़ा। मगर इसके बावजूद भी उनकी राजनीति में ब्रेक नहीं लगा। बल्कि वह पार्टी के संगठनात्मक कार्यों में लग रहे और आगे बढ़ते रहे। यही कारण है कि वह पार्टी के कई पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं बाद में भी राज्यसभा से चुनकर संसद पहुंचे और मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री बनाए गए।
इसके अलावा प्रधान कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय का भी काम देखते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम के वह सबसे विश्वसनीय सदस्यों में से एक हैं। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी उन्हें मंत्री पद दिया गया और वे शिक्षा मंत्री बने। प्रधान की गिनती संघटनात्मक कौशल वाले नेताओं में होती है। इससे पहले 2019 और बाद में हुए उड़ीसा के राज्य सरकार के चुनाव में अभी में भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख चेहरा बना रह चुके हैं। वर्तमान में प्रधान उड़ीसा से ही संसद भवन में पहुंचे हैं।