प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने गुरुग्राम के एक व्यक्ति को संघीय जांच एजेंसी का वरिष्ठ अधिकारी बनकर लोगों से धन उगाही करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
ईडी ने एक बयान में बताया कि रविराज कुमार को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया है।
बयान के मुताबिक, रविराज “धोखाधड़ी, जालसाजी और खुद को ईडी का वरिष्ठ अधिकारी बताकर लोगों से धन उगाही करने” में शामिल था।
इसमें कहा गया है कि गुरुग्राम की एक अदालत ने बुधवार को उसे पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।
इससे पहले, हरियाणा पुलिस ने गुरुग्राम के सेक्टर-10 पुलिस थाने में रविराज के खिलाफ इन आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद उसे गिरफ्तार किया था।
ईडी ने इसी प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए उसके खिलाफ धन शोधन निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया था।
ईडी ने कहा, “रविराज एक आदतन अपराधी है और कई वर्षों से धन उगाही में शामिल रहा है।”
उसने कहा कि जांच में पाया गया कि रविराज ने खुद को ईडी का वरिष्ठ अधिकारी बताकर गुरुग्राम के एक बिल्डर को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी और उससे धन उगाही की थी।
ईडी के अनुसार, रविराज ने अपनी पहचान छिपाने के लिए कई सिम कार्ड का इस्तेमाल किया और बड़ी संख्या में लोगों को ठगा। जांच एजेंसी ने दावा किया कि आरोपी के एक बैंक खाते की जांच से पता चला कि उसने अवैध तरीके से करीब 80 लाख रुपये जुटाए हैं।