भारत को चीन के साथ अधिक रणनीतिक व्यापार नीति अपनाने की जरूरत पर बल देते हुएनिर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री पेन्पा त्सेरिंग ने कहा कि नयी दिल्ली को “यदि अजगर काट रहा है और आप इसे वश में नहीं कर सकते तो इसे खिलाना बंद कर दें।”
त्सेरिंग ने चीन पर लगाम लगाने के लिए अटलांटिक पार सहयोग का आह्वान किया। शिमला की तीन दिवसीय यात्रा पर आए त्सेरिंग तिब्बती बस्तियों का दौरा करने के अलावा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करेंगे।
उन्होंने सवालों का जवाब देते हुए संवाददाताओं से कहा, “आप प्रतिदिन अजगर को खाना खिला रहे हैं और फिर कह रहे हैं कि यह पलट कर काट रहा है। अगर अजगर पलट कर काट रहा है और यदि आप इसे वश में नहीं कर पा रहे हैं, तो इसे खाना खिलाना बंद कर दें।” उन्होंने कहा कि भारत की व्यापार नीति को चीन से अधिक खरीदने और उसे कम बेचने के बजाय अधिक रणनीतिक होना चाहिए।
चीन द्वारा जनवरी में जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत और चीन के बीच व्यापार 2022 में 135.98 अरब अमरीकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों में आये ठहराव के बावजूद चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा पहली बार 100 अरब अमरीकी डॉलर के स्तर को पार कर गया।
धर्मशाला स्थित तिब्बती निर्वासित सरकार के प्रमुख त्सेरिंग ने कहा कि अमेरिका अकेले चीन को नियंत्रित नहीं कर सकता है और अजगर को आजमाने के लिए अटलांटिक पार सहयोग की आवश्यकता है।