बिहार के लखीसराय जिले में सोमवार को एकतरफा प्यार को लेकर प्रतिशोध में एक व्यक्ति ने ताबड़तोड गोलीबारी कर अपने पडोस के ही एक परिवार के दो सदस्यों की हत्या कर दी जबकि चार अन्य को जख्मी कर दिया। घायलों में तीन की हालत चिंताजनक बतायी जा रही है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
लखीसराय शहर के पंजाबी मोहल्ला इलाका गोलियों की आवाज उस समय गूंज उठा जब छठ त्योहार के अंतिम दिन एक परिवार घाट पर उगते सूरज को अर्घ्य देने के बाद घर लौट रहा था।
मुंगेर प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) संजय कुमार ने कहा, ‘‘हमलावर की पहचान आशीष चौधरी के रूप में की गई है, जो प्रभावित परिवार के सामने सड़क के उस पार रहता है।’’
हमले में महिला दुर्गा जख्मी हो गई जबकि उसके दो बड़े भाई चंदन और राज नंदन मारे गए।
उनके पिता शशि भूषण और भाभी प्रीति और लवली भी घायल हैं।
डीआइजी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, ‘‘चौधरी मौके से भाग गया है और उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है। उसके दो करीबी दोस्तों से पूछताछ की जा रही है। हमले में इस्तेमाल किया गया हथियार भी जब्त कर लिया गया है।’’
दुर्गा के परिवार के कुछ सदस्यों ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि चौधरी दुर्गा से शादी करने पर अड़ा हुआ था लेकिन उन लोगों को यह मंजूर नहीं था क्योंकि वह (चौधरी) निचली जाति से था, ऐसे में उन्हें उससे (चौधरी से) धमकियां मिल रही थीं।
हालांकि डीआइजी ने कहा, ‘‘हम कई पहलुओं से मामले की जांच कर रहे हैं। स्थानीय पुलिस ने चौधरी की एक नोटबुक जब्त की है जिससे कुछ महत्वपूर्ण सुराग सामने आए हैं।’’
डीआइजी ने कहा, ‘‘नोटबुक में लिखी बातों और बरामद कुछ तस्वीरों से ऐसा प्रतीत होता है कि दुर्गा ने कुछ साल पहले चौधरी से गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी और महिला कुछ समय तक चौधरी के साथ उसके घर में भी रही थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चौधरी की नोटबुक के अनुसार, बढ़ते दबाव के कारण दुर्गा कुछ महीने पहले अपने माता-पिता के पास लौट आई। बाद में वह पटना चली गई जहां वह एक आभूषण की दुकान में काम करने लगी।’’
डीआइजी ने कहा, ‘‘चौधरी को संदेह होने लगा कि दुर्गा का किसी अन्य व्यक्ति के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा। हो सकता है कि उसने इन परिस्थितियों में हमले की योजना बनाई हो। एक बार जब वह पकड़ा जाएगा, तो स्पष्ट तस्वीर सामने आ जाएगी।’’
इस बीच बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और लखीसराय के विधायक विजय कुमार सिन्हा ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर राज्य की नीतीश कुमार सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया, ‘‘महिला के परिवार को कई दिनों से हमलावर से धमकियां मिल रही थीं। लेकिन स्थानीय पुलिस कार्रवाई करने में विफल रही।’’
सिन्हा ने आरोप लगाया, ‘‘हमें डर है कि प्रशासन असली दोषियों को बचाने की कोशिश कर सकता है और जांच को उस दिशा में मोड़ सकता है जो उनके राजनीतिक आकाओं के अनुकूल होगा।