Breaking News

NCP नेता जयंत पाटिल ED के सामने हुए पेश, कहा- विपक्ष का हिस्सा होने के कारण किया जा रहा परेशान

महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल आईएल एंड एफएस (इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड) से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता बड़ी संख्या में पार्टी समर्थकों की मौजूदगी में पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 50 मिनट पर ईडी कार्यालय पहुंचे। एजेंसी का कार्यालय दक्षिण मुंबई में बल्लार्ड एस्टेट में एनसीपी कार्यालय के करीब स्थित है। मामले के संबंध में ईडी अधिकारियों द्वारा पाटिल का बयान दर्ज किए जाने की संभावना है। उन्होंने संवाददताओं से कहा कि वो क्या जानना चाहते हैं वो मुझे मालूम नहीं लेकिन वो जो भी पूछेंगे मैं उनके सारे सवाल का जवाब दूंगा। 
 

इसे भी पढ़ें: क्या अवैध महाराष्ट्र सरकार को वैध बनाने के लिए भी आएगा अध्यादेश? उद्धव सेना ने पूछा

पाटिल ने कहा कि मैं विपक्ष का हिस्सा हूं और इस तरह की पीड़ा का सामना करने की जरूरत है। मैंने अतीत में आईएल एंड एफएस का नाम कभी नहीं सुना, लेकिन ईडी के अधिकारियों ने मुझे उनके सामने पेश होने के लिए बुलाया है। मैं कानूनी ढांचे में उनके सवालों का समाधान करने की कोशिश करूंगा। महाराष्ट्र के पूर्व गृह और वित्त मंत्री रहे पाटिल ने कहा कि मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने और अधिकारियों को अपना काम करने की अनुमति देने की अपील करता हूं। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से यह भी कहता हूं कि वे इससे न डरें। हालांकि, कई एनसीपी कार्यकर्ता पाटिल को जारी सम्मन के विरोध में एनसीपी के कार्यालय के पास एकत्र हुए। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दावा किया कि पाटिल के खिलाफ कार्रवाई “राजनीतिक प्रतिशोध” है।
 

इसे भी पढ़ें: ‘श्रम विद्या शैक्षिक ऋण योजना’ के जरिए किसानों के बच्चों को मिलेगा लोन, CM एकनाथ शिंदे ने दी जानकारी

महाराष्ट्र NCP अध्यक्ष जयंत पाटिल को ED द्वारा भेजे गए समन पर उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि NCP हो, कांग्रेस हो, शिवसेना हो, AAP हो या राजद हो, केंद्रीय एंजेसी सभी को समन भेज रही है और जांच कर रही है। ये सब राजनीतिक एजेंडा है। सरकार हमारी यानी विपक्ष की आवाज इस तरह से दबा नहीं सकती। जयंत पाटिल हमारे जैसे नेता हैं, वो भी झुकेंगे नहीं। इस्लामपुर सीट से 61 वर्षीय विधायक पाटिल को पहले 12 मई को पेश होने के लिए समन जारी किया गया था लेकिन उन्होंने कुछ व्यक्तिगत तथा आधिकारिक कामों के कारण दस दिन की मोहलत मांगी थी।इसके बाद उन्हें 22 मई को पेश होने के लिए कहा गया था। 

14 total views , 1 views today

Back
Messenger