पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीजफायर होने के बावजूद भी वह भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने ड्रोनेस भेज रहा है। पाकिस्तान द्वारा भेजा जा रहा है ड्रोनेस को भारत की ओर से खत्म किया जा रहा है। श्रीनगर से लेकर बाड़मेर तक फिलहाल ब्लैकआउट किया गया है। जम्मू, श्रीनगर में लोगों को आवाज सुनाई दी है। पंजाब के फिरोजपुर और राजस्थान के बाड़मेर में भी कंप्लीट ब्लैकआउट कर दिया गया है। उमर अब्दुल्ला ने भी इसे पाकिस्तान की शर्मनाक हरकत बताया है। भारत की ओर से सेनन को निर्देश दिया गया है कि पाकिस्तान की हर एक हरकत का जोरदार जवाब दिया जाए।
सरकार ने शनिवार को निर्णय लिया कि भारत अपनी सरजमीं पर भविष्य में होने वाले किसी भी आतंकवादी हमले को ‘‘युद्ध की कार्रवाई’’ मानेगा और उसी के अनुसार जवाब देगा। शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। यह चेतावनी पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुई सैन्य कार्रवाई को समाप्त करने के लिए दोनों देशों के बीच सहमति की घोषणा से पहले दी गई। इस निर्णय के साथ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने आतंकवादी घटनाओं के खिलाफ एक स्पष्ट ‘‘लक्ष्मण रेखा’’ खींचने की कोशिश की है और यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी फिर से भारत को निशाना बनाते हैं, तो सरकार पहलगाम घटना के बाद जैसी ही सैन्य प्रतिक्रिया देगी। एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने कहा, ‘‘भारत में भविष्य में होने वाले किसी भी आतंकवादी कृत्य को देश के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और उसका जवाब उसी के अनुसार दिया जाएगा।’’
अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत ‘‘युद्ध की कार्रवाई’’ से तात्पर्य किसी देश द्वारा दूसरे देश के विरुद्ध शत्रुतापूर्ण कार्रवाई से है, जो पीड़ित देश को हमलावर पर हमला करने का वैध आधार प्रदान करती है। इस बयान के तुरंत बाद भारत ने घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने शनिवार शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज अपराह्न तीन बजकर 35 मिनट पर भारत के डीजीएमओ को फोन किया।