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कुमारस्वामी की ‘ब्राह्मण विरोधी’ टिप्पणी को लेकर पुजारी ने उनसे जवाब मांगा

केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को संस्कृति विहीन और समाज को बांटने वाले ब्राह्मण समुदाय का हिस्सा बताने वाले जद(एस) नेता एच. डी. कुमारस्वामी की टिप्पणी के कुछ दिनों बाद एक मंदिर के पुजारी ने बुधवार को इसपर आपत्ति जतायी और उनसे स्पष्टीकरण मांगा।
अखिल कर्नाटक ब्राह्मण महासभा ने कुमारस्वामी के ‘ब्राह्मण विरोधी’ बयानों की निंदा की है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में जद(एस) नेताओं की आलोचना में प्रदर्शन किए जाने की भी सूचना है।

ब्राह्मण समुदाय, खासतौर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं सहित विभिन्न राजनेताओं तथा विभिन्न तबकों की आलोचना झेल रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और उनकी टिप्पणी ब्राह्मणों के संबंध में नहीं थी।

मंदिर पहुंचे कुमारस्वामी से पुजारी ने कहा, ‘‘आपके ब्राह्मण-विरोधी बयान ने हमें बहुत दुख पहुंचाया है… मैं ऐसा कह रहा हूं, इसे कृपया अन्यथा न लें। हम आपके परिवार का सम्मान करते हैं… पहले मैं यहां देवेगौड़ा (कुमारस्वामी के पिता पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा) से मिल चुका हूं और उनका अभिनंदन कर चुका हूं। पहले वह मुख्यमंत्री बने, फिर प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे और आप भी मुख्यमंत्री बने।’’

पुजारी ने कहा, ‘‘हम आपके प्रशासन से खुश हैं, लेकिन आपकी हालिया टिप्पणी से हमें दुख पहुंचा है, मैं आपसे आग्रह करूंगा कि आप जाने से पहले इसे स्पष्ट करें।’’
कुमारस्वामी ने पुजारी से कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि वह ब्राह्मण-विरोधी नहीं है और उन्होंने ब्राह्मण समुदाय के बारे में बयान नहीं दिया है, वह भाजपा और पेशवाओं के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम ब्राह्मण समुदाय का बहुत सम्मान करते हैं।’’

यह स्पष्ट करते हुए कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया, कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘हम हमेशा ब्राह्मणों का सम्मान करते हैं जिनकी संस्कृति ‘सर्वजन सुखिना भवंतु’ कहने की है। मैं श्रृंगेरी मठ को बर्बाद करने वालों का संदर्भ दे रहा था।’’
गौरतलब है कि कुमारस्वामी ने रविवार को दावा किया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) विधानसभा चुनावों के बाद प्रह्लाद जोशी को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाने और उनके साथ आठ उपमुख्यमंत्री बनाने का ‘षड्यंत्र’ कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि वह (जोशी) ब्राह्मणों के ऐसे धड़े से ताल्लुक रखते हैं जो संस्कृति विहीन हैं और समाज को बांटते हैं।

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