नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअल्नम ने सोमवार को कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर पूरी तरह से चालू टर्मिनल एक के साथ टर्मिनल तीन यात्री यातायात को संभालने में पूरी तरह से सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि रखरखाव कार्यों के लिए टर्मिनल दो के बंद होने के कारण भीड़भाड़ होने की संभावना नहीं है।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) में तीन टर्मिनल और चार रनवे हैं। यह देश का सबसे बड़ा और व्यस्त हवाई अड्डा है। इसका संचालन दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (डायल) करती है।
टर्मिनल दो को 15 अप्रैल से रखरखाव कार्यों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा और एक रनवे पहले से ही रखरखाव कार्यों के लिए बंद है।
यह पूछे जाने पर कि क्या टर्मिनल दो के बंद होने के कारण भीड़भाड़ हो सकती है, सचिव ने कहा, ‘‘नहीं, वास्तव में ऐसा नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टर्मिनल एक अब पूरी तरह से चालू हो गया है… उचित मूल्यांकन किया गया है। इसलिए, जितनी भी क्षमता की आवश्यकता होगी, टर्मिनल एक उसे पूरा करेगा।
उन्होंने पीटीआई-वीडियो से कहा, ‘‘पूरी तरह से विस्तारित और चालू टर्मिनल एक और टर्मिनल तीन के साथ, हम यात्रियों की जो भी जरूरतें हैं, उन्हें पूरा करने में सक्षम हैं।’’
इंडिगो ने कहा कि टर्मिनल दो पर आने और जाने वाली उसकी उड़ानें 15 अप्रैल से टर्मिनल एक से उड़ान भरेंगी।
कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने यह सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं कि ग्राहकों को टर्मिनल में बदलाव के बारे में अच्छी तरह से जानकारी हो।
उल्लेखनीय है कि डायल ने 10 जनवरी को कहा कि चार दशक पुराना टर्मिनल दो, अगले वित्त वर्ष में नवीनीकरण कार्यों के लिए चार से छह महीने के लिए बंद रहेगा। टर्मिनल पर काम सितंबर तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने के प्रयासों के बारे में, सचिव ने कहा कि इस पर विस्तार से काम किया जाएगा। साथ ही विमानन कंपनियों की आवश्यकताओं को पूरा किये जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य मुद्दों का हल करना है। अभी समयसीमा पर हमारा ध्यान नहीं है।’’
दोनों देशों के बीच कोरोना वायरस महामारी से पहले 2020 की शुरुआत तक सीधी उड़ानें चालू थीं। महामारी के कारण उड़ानें निलंबित की गई थीं।
भारत और चीन ने इस साल 27 जनवरी को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के मकसद से सीधी उड़ान सेवाएं फिर से शुरू करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमति जतायी है।
सचिव ने कहा कि सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने के लिए चर्चा शुरू हो गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और चीन के विदेश मंत्रालय सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गए हैं। अब, इस पर विस्तार से काम किया जाएगा।