तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ सांसद महुआ मोइत्रा ने कथित तौर पर झूठे चुनावी हलफनामे दाखिल करने और कर चोरी को लेकर चुनाव आयोग में उनके खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत को मंगलवार को “बेतुका” करार दिया और कहा कि उनकी तुलना गैर-पारदर्शिता से करने का प्रयास हास्यास्पद है।
शिकायतकर्ता को “भाजपा समर्थित स्रोत” करार देते हुए उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयोग उन्हें इस बारे में लिखेगा तो वह इसका जवाब देंगी।
लोकसभा में अपने तीखे वक्तव्यों के लिये जानी जाने वाली मोइत्रा ने एक बयान में कहा, “मुझे किसी भाजपा समर्थित सूत्र की बेतुकी शिकायत पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है। कोई भी कुछ भी लिख सकता है, और उस पर मुझे प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है। मेरी ओर से प्रतिक्रिया की गारंटी नहीं है। अगर और जब चुनाव आयोग मुझे लिखेगा, मैं उसी के अनुसार जवाब दूंगी। किसी भी तरह की गैर-पारदर्शिता के साथ मेरी तुलना करना हास्यास्पद है।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, कृपया याद रखें कि मैं एक पूर्व-निवेश बैंकर हूं, न कि विश्वगुरु बैंक में पूर्व-जमा काउंटर क्लर्क।”
महुआ मोइत्रा के खिलाफ कथित तौर पर झूठे चुनावी हलफनामे दाखिल करने और कर चोरी के आरोप में निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई है।
श्रवण कुमार यादव नाम के व्यक्ति ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखकर कृष्णानगर की सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
यादव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को भी अपनी शिकायत दर्ज कराई है।