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उज्जैन: बच्ची से बलात्कार के मामले में ऑटोरिक्शा चालक हिरासत में, पांच से पूछताछ

मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में सड़क पर खून से लथपथ मिली 12 साल की बच्ची से बलात्कार के मामले में पुलिस ने एक ऑटोरिक्शा चालक को हिरासत में लिया है और पांच अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता ने बृहस्पतिवार को कहा कि उज्जैन में जघन्य बलात्कार की शिकार होने के बाद इंदौर के एक अस्पताल में बड़ी सर्जरी से गुजरी 12 वर्षीय लड़की की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, लेकिन उसे मानसिक रूप से स्वस्थ होने में अभी लम्बा समय लगेगा।
एनसीपीसीआर सदस्य ने कहा कि नाबालिग लड़की से दुष्कर्म की घटना समाज को भी आइना दिखाती है। उन्होंने सवाल किया,‘‘दुष्कर्म के बाद लड़की बिलखती हुई ढाई घंटे तक उज्जैन की सड़कों पर मदद के लिए भटकती रही।

क्या इस दौरान कोई भी व्यक्ति इस बच्ची की मदद के लिए आगे नहीं आ सकता था?
उज्जैन पुलिस के अनुसार, एक परामर्शदाता (काउंसिलर) ने नाबालिग बलात्कार पीड़िता से बातचीत की और पाया कि वह सतना जिले की है। हालांकि, सतना पुलिस ने कहा है कि यदि यह वही लड़की है जिसके बारे में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, तो इसकी पुष्टि उसके परिवार द्वारा उसकी पहचान करने के बाद होगी।
करीब 12 साल की लड़की सोमवार को उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र स्थित एक सड़क पर खून से लथपथ मिली थी। उसे एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी प्रारंभिक चिकित्सा जांच में पुष्टि हुई कि उसके साथ बलात्कार किया गया है। लड़की का बुधवार को इंदौर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम ने ऑपरेशन किया और अब उसकी हालत गंभीर पर स्थिर बताई जा रही है।

उज्जैन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन शर्मा ने कहा, पुलिस ने एक वीडियो फुटेज के आधार पर एक ऑटोरिक्शा चालक को हिरासत में लिया है। हमें ऑटोरिक्शा की यात्री सीट पर कुछ खून के धब्बे भी मिले।
उन्होंने कहा, पांच अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने कहा कि लड़की की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है क्योंकि वह पुलिस को अपना नाम, उम्र और पता ठीक से नहीं बता पा रही है। लेकिन एक परामर्शदाता ने उससे बातचीत की और पाया कि वह सतना जिले की है।
शर्मा ने बताया कि 25 सितंबर को जैतवारा पुलिस थाना (सतना में) में एक लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि घटना की आगे की जांच एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के माध्यम से की जा रही है।
इस बीच, सतना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल ने कहा कि जैतवारा थाने में करीब 13 साल की स्कूल की वर्दी पहनी एक लड़की की गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

उन्होंने कहा कि नाबालिग के परिवार के सदस्यों द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार वह मानसिक रूप से थोड़ी ‘कमजोर’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मीडिया में प्रकाशित खबरों को पढ़ने और स्कूल की वर्दी में पीड़िता की तस्वीरें देखने के बाद, पुलिस को संदेह है कि बलात्कार पीड़िता वही लापता लड़की है। तदनुसार, पीड़िता के परिवार के सदस्यों के साथ पुलिस की एक टीम को उसकी पहचान के लिए उज्जैन भेजा गया है।
बघेल ने कहा, अगर वे पीड़िता की पहचान करते हैं, तो मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने बृहस्पतिवार को इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुशासन में लड़कियां, महिलाएं, आदिवासी और दलित सुरक्षित नहीं हैं।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई दरिंदगी रूह कंपा देने वाली है। प्रताड़ना के बाद वह ढाई घंटे तक मदद के लिए दर-दर भटकती रही और फिर सड़क पर बेहोश हो गई, लेकिन उसे मदद नहीं मिली।’’
कांग्रेस महासचिव ने कहा, क्या मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा की यही स्थिति है? भाजपा के 20 साल के कुशासन में लड़कियां, महिलाएं, आदिवासी और दलित सुरक्षित नहीं हैं।
डॉ. दिव्या गुप्ता इंदौर के शासकीय महाराजा तुकोजीराव होलकर महिला चिकित्सालय पहुंचीं और चिकित्सकों से मिलकर दुष्कर्म पीड़ित लड़की के हाल-चाल जाने।
गुप्ता, स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,‘‘लड़की का काफी खून बहा है और वह बड़ी सर्जरी से गुजरी है।

उसे अब तक दो बोतल खून चढ़ाया गया है। हालांकि, अस्पताल में जारी इलाज के चलते उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।’’
उन्होंने बताया,‘‘प्रशासन को हमारे सख्त निर्देश हैं कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को इस लड़की से मिलने की इजाजत नहीं दी जाए क्योंकि अस्पताल में अपने सामने किसी अजनबी व्यक्ति को देखते ही लड़की परेशान हो उठती है। वह इशारों में कहती है कि यह व्यक्ति उससे दूर रहे और उसके कक्ष से तुरंत बाहर निकल जाए।’’
एनसीपीसीआर सदस्य ने कहा कि पीड़ित लड़की एक जनजातीय इलाके की रहने वाली है और उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि उसकी सिकल सेल एनीमिया की जांच भी की जाए।
गुप्ता ने कहा, हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि लड़की जल्द से जल्द शारीरिक रूप से स्वस्थ हो जाए, लेकिन मानसिक रूप से स्वस्थ होने में उसे बहुत समय लगेगा।

जो उसके साथ घटा है, उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। लड़की की बेहतरी के लिए एक महिला मनोवैज्ञानिक को भी नियुक्त किया गया है।’’
एनसीपीसीआर सदस्य ने कहा कि नाबालिग लड़की से दुष्कर्म की घटना समाज को भी आइना दिखाती है। उन्होंने कहा,‘‘दुष्कर्म के बाद लड़की बिलखती हुई ढाई घंटे तक उज्जैन की सड़कों पर मदद के लिए भटकती रही। क्या इस दौरान कोई भी व्यक्ति इस बच्ची की मदद के लिए आगे नहीं आ सकता था?
गुप्ता राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा,‘‘यह शर्मनाक है कि मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में फायदा उठाने की नीयत से लड़की से बलात्कार के मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है और कांग्रेस की ओर से भाजपा से राजनीतिक दुश्मनी निकालने की कोशिश की जा रही है।’’अधिकारियों ने बताया कि दुष्कर्म के बाद नाबालिग लड़की की हालत गंभीर होने के चलते उसे उज्जैन से मंगलवार को इंदौर के अस्पताल भेजा गया था जहां उसकी जटिल सर्जरी की गई।

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