पहलगाम के आतंकी हमले के बाद भारत के एक्शन को लेकर पूरी दुनिया में हड़कंप मचा है। भारत अगला कदम क्या उठाने वाला है ये पूरी दुनिया जानना चाहती है। दुनियाभर के देश भारत को समझाने और शांत करने की कोशिशों में जुटे हैं। संयुक्त राष्ट्र से लेकर कई और देश भारत से लगातार आग्रह कर रहे हैं कि स्थिति को तनावपूर्ण न बनाए। लेकिन भारत आतंकवादियों का सफाया चाहता है। भारत अपने देश के नागरिकों की मौत का बदला चाहता है। नजीतन भारत अपने संकल्प पर बना हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के एक्शन को लेकर घबराहट अमेरिका के मन में भी है। नतीजन अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत से बात करने की कोशिश की। विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत से शांति बनाए रखने के लिए कहा तो भारत की तरफ से ये साफ हो गया कि भारत क्या चाहता है।
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भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपना पक्ष रखते हुए बता दिया कि भारत किसी भी कीमत पर आतंकियों का सफाया चाहता है और वो अपने संकल्प पर बने रहेगा। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत क्या एक्शन प्लान तैयार कर रहा है। अमेरिका भी ये जानना चाहता है कि भारत का अगला कदम क्या होगा। एस जयशंकर ने एक्स पर कहा कि कल अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। इसके दोषियों, उनका सहयोग करने वालों और साजिश रचने वालों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए। जयशंकर-रुबियो की यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवादियों के तार सीमा पार से जुड़े होने के मद्देनजर भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई किए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
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इससे पहले, अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा था कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से बात की। सचिव ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के प्रति दुख व्यक्त किया और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की। उन्होंने भारत को तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से भी संपर्क किया है और उनसे “स्थिति को और न बढ़ाने” के लिए कहा है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने प्रेस को बताया कि हर दिन कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में, सचिव भारत और पाकिस्तान में अपने समकक्षों से सीधे बात कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं… उन्होंने जिन लोगों से बात की है, उन पर उनका जो प्रभाव पड़ा है, और निश्चित रूप से राष्ट्रपति ट्रम्प के नेतृत्व में, भारत और पाकिस्तान के बीच ऐसी बातचीत हो रही है। यह उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।