प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति यानि सीसीएस की बैठक बुधवार सुबह 11 बजे बुलाई है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान पर कार्रवाई को लेकर इस बैठक में कोई बड़ा फैसला हो सकता है। हम आपको बता दें कि एक सप्ताह के भीतर सीसीएस की यह दूसरी बैठक होगी। दूसरी ओर, पाकिस्तान यह बात समझ चुका है कि भारत सैन्य कार्रवाई करने वाला है। इसीलिए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कह दिया है कि भारतीय सेना कभी भी हमला कर सकती है। उन्होंने कहा है कि यह एक ऐसी हकीकत है जिसे हम जानते हैं। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सेना ने पाकिस्तान सरकार को भारतीय हमले की संभावना के बारे में जानकारी दे दी है। हालांकि पाकिस्तान को यह समझ नहीं आ रहा है कि भारत इस बार जमीन से आकर हमला करेगा या आकाश से या जल मार्ग से। इसलिए उसने अपनी तीनों सेनाओं को सक्रिय कर दिया है और भारत को गीदड़ भभकी देते हुए परमाणु बम से हमले की धमकी दे रहा है।
हम आपको बता दें कि भारतीय हमले की बढ़ती संभावना को देखते हुए पाकिस्तान अपने महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करने में जुट गया है। खबर है कि पाकिस्तान के प्रमुख शहरों के ऊपर पाकिस्तान एअरफोर्स ने कॉम्बैट एयर पेट्रोल्स तेज कर दिये हैं। रिपोर्टों के मुताबिक पाकिस्तान वायु सेना (PAF) ने कराची, इस्लामाबाद, रावलपिंडी और स्कर्दू जैसे प्रमुख शहरों के ऊपर कॉम्बैट एयर पेट्रोल्स (CAPs) को काफी बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि PAF ने सैदू शरीफ और स्कर्दू जैसे अग्रिम एयरबेस को सक्रिय कर दिया है, जहां JF-17C ब्लॉक III लड़ाकू विमान PL-10 और PL-15 मिसाइलों से लैस हैं। देखा जाये तो PAF द्वारा कराची, इस्लामाबाद, रावलपिंडी और स्कर्दू के ऊपर CAPs को तेज करना, “आक्रामक रक्षा मोड” में एक रणनीतिक बदलाव को दर्शाता है।
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हम आपको बता दें कि पाकिस्तान का आर्थिक केंद्र और एक प्रमुख नौसैनिक अड्डा होने के कारण, कराची का हवाई क्षेत्र महत्वपूर्ण है। वहीं इस्लामाबाद और रावलपिंडी पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य मुख्यालयों वाले शहर हैं। इसी तरह गिलगित-बाल्टिस्तान में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित स्कर्दू का कादरी एयरबेस रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लद्दाख और सियाचिन ग्लेशियर के निकट है।
वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम समझौते का लगातार पांचवीं रात उल्लंघन किया और इस उल्लंघन का दायरा बढ़ाते हुए सोमवार को जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर को भी निशाना बनाकर गोलीबारी की। यह लगातार पांचवीं रात थी जब पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में बढ़े तनाव के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बिना उकसावे के गोलीबारी की। एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘28 और 29 अप्रैल की मध्यरात्रि को पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के पार कुपवाड़ा और बारामूला जिलों के साथ-साथ अखनूर सेक्टर में भी बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की।’’ उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने इस उकसावे का सधा हुआ और प्रभावी तरीके से जवाब दिया। इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।