Breaking News

Gaza War Effect: जिस कंपनी ने 30 साल तक नहीं बढ़ाया 1 RS भी दाम, वो 5 रुपये वाला Parle-G ₹2300 में बिक रहा

अगर मैं आपसे पूछूं कि दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला बिस्किट कौन सा है? भारत में जिसकी 130 से भी अधिक फैक्ट्रियां हैं। हर सकेंडे 4500 से ज्यादा लोग जिस बिस्किट को खाते हैं। हर महीने 100 करोड़ से ज्यादा पैकेज का प्रोडक्शन होता है। 50 लाख से ज्यादा फुटकर दुकानों में मिलता है। ज्यादा पहेलियां न बुझाते हुए आपको खुद ही नाम बता देते हैं। वो बिस्किट किसी पहचान की मोहताज नहीं है। वो है पारले जी। लेकिन जिस कंपनी ने तीन दशक तक बिस्किट की कीमत में 1 रुपये का भी इजाफा नहीं किया। भारत में जिसके एक पैकेट की कीमत 5 रुपए है। वो पारले जी गाजा में 2300 रुपए में बिक रहा है। 

इसे भी पढ़ें: 500 डॉलर के ड्रोन से हजार करोड़ का लड़ाकू विमान उड़ाया, 20 साल पुराने सॉफ्टवेयर के ओपन-सोर्स कोड का जेलेंस्की ने किया सबसे घातक इस्तेमाल

भारत में 5 रुपये का Parle-G विस्किट युद्धग्रस्त गाजा में भुखमरी के बीच लग्जरी बन गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताविक फिलस्तीनी मोहम्मद जवाद का सोशल मीडिया पर विडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी बेटी रफीफ के साथ हैं, जो Parle-G का पैकेट थामे खुश है। जवाद ने बताया कि Parle-G 24 यूरो (लगभग 2342 रुपये) में खरीदा, जो भारत में 5 रुपये और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 100 रुपये का होता है। पोस्ट वायरल होने पर एक यूजर ने लिखा कि भारत ने मदद के तौर पर Parle-G भेजा, हमास ने ट्रक कब्जा कर ऊंचे दामों पर बेचा। जवाद ने कहा, आटा 500 डॉलर, चीनी 90 डॉलर प्रति किलो बिक रही है। 

इसे भी पढ़ें: इजराइल ने गाजा पट्टी से दो बंधकों के शव बरामद किए

इस खबर के सामने आने के बाद पता चलता है कि युद्ध से तबाह गाजा पट्टी के हालात किस स्थिति में पहुंच चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से पहले ही गाजा में अकाल को लेकर चिंता जाहिर की गई थी। हाल में ही एक राहत सामग्री डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर पर गोलीबारी के बाद हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं। इजरायल के सुरक्षा बलों ने गाजा में एक सहायता वितरण केंद्र की ओर बढ़ रहे लोगों पर गोलीबारी की है। इजरायली सेना की इस गोलीबारी में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। फलस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी। पिछले तीन दिनों में सहायता वितरण केंद्र पर आने वाले लोगों पर गोलीबारी की यह तीसरी घटना है। हालांकि इजराइल की सेना ने कहा है कि उसने कुछ ‘‘संदिग्धों’’ को निशाना बनाकर गोली दागी थी जिनका सुरक्षा बलों से आमना सामना हुआ था। सुरक्षा बलों ने यह भी कहा कि संदिग्धों ने चेतावनी स्वरूप चलाई गई गोली को नजरअंदाज किया था। इजराइली सैन्य क्षेत्र के अंदर स्थित इजराइल और अमेरिका समर्थित ‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ के सहायता वितरण केंद्र पर लगभग हर दिन गोलीबारी की घटना हो रही है। 
Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi 

Loading

Back
Messenger