पाकिस्तानी अधिकारियों ने आत्मघाती बम हमलावर की उसके डीएनए नमूने की मदद से पहचान कर 100 लोगों की जान लेने वाले पेशावर मस्जिद हमले की अपनी जांच में एक ‘बड़ी उपलब्धि’ हासिल करने का शुक्रवार को दावा किया।
पेशावर सिटी के पुलिस प्रमुख इजाज खान ने बताया कि हमले के सिलसिले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है और वह जांच में जांचकर्ताओं का सहयोग कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘पेशावर पुलिस लाइंस आत्मघाती विस्फोट की जांच कर रहे जांचकर्ताओं को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है क्योंकि उन्हें ऐसा ठोस सबूत मिला है जिससे बम हमलावर की पहचान हुई है।’’
सोमवार को यहां पुलिस लाइंस क्षेत्र में मस्जिद में इस बम हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया था, जिसमें 101 लोगों की जान चली गयी और 200 से अधिक लोग घायल हो गये। मारे गये लोगों में 97 सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे।
प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन बाद में उसने इस हमले से अपनी दूरी बना ली थी।
खान ने कहा कि डीएनए जांच कर ली गई है और अब जांचकर्ता बम हमलावर के परिवार का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
बम हमलावर ने इस उच्च सुरक्षा वाली मस्जिद में दाखिल होने से पहले गेट पर अपना हेल्मेट उतारा था, जो सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है।
खान ने बताया कि बम हमलावर के डीएनए जांच के लिए उसके सिर, पैरों और शरीर के अन्य अंगों से नमूने लिये गये थे।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा था कि बम हमलावर ने उच्च सुरक्षा क्षेत्र में दाखिल होने के लिए पुलिस की वर्दी पहन रखी थी और वह मोटरसाइकिल से आया था तथा उसने हेल्मेट पहन रखा था।