अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा करने के लिए अमेरिका इस सप्ताहांत ईरान के साथ सीधी बातचीत करेगा। अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और एक वरिष्ठ ईरानी नेता के बीच बातचीत ओमान में शुरू हो गई है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने एक सोशल मीडिया मंच पर यह जानकारी साझा की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक के दौरान रुबियो ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इससे शांति की शुरुआत होगी। हम इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट हैं कि ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होगा, और मुझे लगता है कि इसी वजह से यह बैठक हुई।
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ईरान और अमेरिका ने शनिवार को ओमान में उच्च स्तरीय वार्ता शुरू की जिसका उद्देश्य तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत को गति देना है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने समझौता न होने की स्थिति में सैन्य कार्रवाई की धमकी दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी के बाद ईरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर पहली वार्ता से पहले ईरान और अमेरिका के राजदूत शनिवार को ओमान पहुंचे। किसी समझौते की तत्काल संभावना नहीं है, लेकिन करीब 50 वर्ष से दुश्मनी के दौर से गुजर रहे इन दोनों देशों के लिए वार्ता का महत्व और भी बढ़ गया है। ट्रंप ने बार-बार धमकी दी थी कि अगर कोई समझौता नहीं हुआ तो वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाकर हवाई हमले करेंगे। ईरानी अधिकारी लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि वे अपने यूरेनियम भंडार को हथियार-स्तर के करीब समृद्ध कर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर सकते हैं।
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एसोसिएटेड प्रेस द्वारा विश्लेषण किए गए ‘फ्लाइट-ट्रैकिंग डेटा’ से पता चला कि रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में पुलकोवो हवाई अड्डे से एक निजी जेट शनिवार सुबह ओमान पहुंचा। पश्चिमी एशिया के लिए अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से वहीं मुलाकात की थी। इस बीच, ईरान के विदेश मंत्रालय ने तेहरान के शीर्ष राजनयिक अब्बास अराघची की ओमान के विदेश मंत्री बद्र अल-बुसैदी से मुलाकात का फुटेज जारी किया। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि अराघची ने ईरान के ‘रुख और वार्ता के लिए मुख्य बिंदुओं को अमेरिकी पक्ष को बताया।