पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने हाल ही में दावा किया है कि भारत ने बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान पर दो बार हमला किया है। उन्होंने इसे भारत की ‘रणनीतिक दूरदर्शिता की चिंताजनक कमी’ बताया। मुनीर ने भारत को क्षेत्रीय तनाव बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कसम खाई कि भविष्य में किसी भी भारतीय आक्रमण का पाकिस्तान निर्णायक जवाब देगा।
शनिवार को कराची में पाकिस्तान नौसेना अकादमी में बोलते हुए, मुनीर ने पाकिस्तान को ‘शुद्ध क्षेत्रीय स्थिरता’ वाला देश बताया। उन्होंने दावा किया कि इस्लामाबाद ने ‘बिना किसी उकसावे’ के भारतीय सैन्य आक्रमण का ‘दृढ़तापूर्वक’ जवाब दिया है। मुनीर ने कहा, ‘उकसावे के बावजूद, पाकिस्तान ने संयम और परिपक्वता का परिचय दिया, और क्षेत्रीय शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।’
मुनीर ने भारत पर यह भी आरोप लगाया कि जब पाकिस्तान आतंकवाद के खात्मे के करीब पहुंच रहा था, तब भारत जानबूझकर क्षेत्र में तनाव पैदा कर रहा था।
कश्मीर मुद्दे पर मुनीर का बयान
अपने नवीनतम संबोधन में, असीम मुनीर ने कश्मीर मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने दावा किया कि ‘ऐसे समय में, हमें अपने कश्मीरी भाइयों के बलिदानों को याद रखना चाहिए जो भारत के अवैध कब्जे के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार कश्मीर मुद्दे के न्यायोचित समाधान का प्रबल समर्थक है।’
‘गले की नस’ वाली टिप्पणी और उसके बाद की घटनाएं
गौरतलब है कि पाकिस्तान समर्थित पहलगाम आतंकी हमलों से कुछ ही दिन पहले, मुनीर ने कश्मीर को इस्लामाबाद की ‘गले की नस’ बताकर इस क्षेत्र में सबसे खतरनाक प्रतिद्वंद्विता को फिर से हवा दे दी थी। विदेश में रह रहे पाकिस्तानी प्रवासियों को संबोधित करते हुए मुनीर ने कहा था, ‘कश्मीर हमारी गले की नस है, यह हमारी गले की नस रहेगी, हम इसे नहीं भूलेंगे।’
मुनीर की इस ‘गले की नस’ वाली टिप्पणी के बमुश्किल एक सप्ताह बाद, पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम में दो दर्जन से अधिक पुरुष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी। जवाब में, भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया, जो उसके पड़ोसी के लिए एक बड़ा झटका था। इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत हुई, जिसमें पाकिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और उन्हें नष्ट कर दिया गया।