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Pahalgam Terrorist Attack Updates: मोदी को रोक लो, पुतिन से बोला पाकिस्तान

भारत पाकिस्तान पर कैसे कार्रवाई करेगा इसका डर लगातार पाकिस्तान को सता रहा है। पाकिस्तान इस वक्त किसी भी स्थिति में इस युद्ध को टालने की कोशिशों में लग चुका है। भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध न हो पाकिस्तान इसके लिए दुनियाभर के देशों से मदद मांग रहा है। भारत ने तो बदला लेने की ठान रखी है और पाकिस्तान इससे बचता फिर रहा है। बस फिर इसी बचाव में पाकिस्तान भारत के दोस्त रूस के दरवाजे पर पहुंच गया है। भारत ने हाल ही में फ्रांस से राफेल मरीन फाइटर एयरक्रॉफ्ट क्या खरीदे कि उधर पाकिस्तान में हड़कंप मच गया। नतीजन अब पाकिस्तान रूस से सहयोग की उम्मीद कर रहा है। पाकिस्तान चाहता है कि रूस बीच बचाव करे और भारत को किसी तरह युद्ध में जाने से रोके। यही कारण है कि अब पाकिस्तान पहलगाम आतंकी हमले के लिए अलग से जांच बिठाने की मांग कर रहा है। इसके लिए उसने तुर्किए से अलग से समर्थन मांगा है। जिसमें चीन का साथ उसे मिल चुका है। 

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वहीं इस जांच में पाकिस्तान रूस को भी शामिल करना चाहता है। उसने एक प्रस्ताव रूस को भी भेजा। जिस पर रूस की तरफ से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। पाकिस्तान रूस के पास पहुंच चुका है। उसने रूस से भारत को लेकर अपील भी की है। पाकिस्तान के राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली ने हाल ही में रूस के उपविदेश मंत्री एंड्री रुडेंतो से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर बातचीत की। पाकिस्तान को डर है कि भारत उस पर हमला कर सकता है। इसे लेकर पाकिस्तान ने रूस से भारत को रोकने की अपील की है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जहां भारत एक्शन मोड में नजर आ रहा है। वहीं पाकिस्तान इससे बचने के लिए पुरजोर कोशिशों में जुटा है। 

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भारत पाकिस्तान के बीच टेंशन वाले माहौल के बीच चीन का बड़ा बयान सामने आया है। चीन ने आतंकी हमले की निंदा की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने बयान जारी करते हुए कहा है कि चीन ने भारत पाकिस्तान से संयम की अपील की है। पड़ोसी देश होने के नाते दोनों देश संयम बरतेंगे। चीन ने संवाद से मसले को सुलझाने पर जोर दिया। इसके साथ ही चीन ने कहा कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता को संयुक्त तौर से बनाए रखा जाए। 22 अप्रैल को हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे और यह 2000 के बाद से ये सबसे घातक सशस्त्र हमलों में से एक था। चीन ने अपने करीबी सहयोगी पाकिस्तान को उसकी संप्रभुता और सुरक्षा हितों की रक्षा करने में सहयोग दिया। विदेश मंत्री वांग यी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद से संयम बरतने का आह्वान किया।  

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