यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध समाप्त करने की कोशिशों के तहत मॉस्को में स्थित रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के सभागार में, सेंट पीटर्स बेसिलिका के चमकदार संगमरमर के फर्श पर तथा व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में महत्वपूर्ण चर्चाओं का दौर चल रहा है।
यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए वाशिंगटन के नेतृत्व वाले प्रयास से अब तक जो कुछ सामने आया है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह समझौता रूस के लिए अनुकूल है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को कड़ी फटकार लगाई है, क्रेमलिन की बातों को दोहराया है, तथा इस बात का संकेत दिया है कि कीव को अपना क्षेत्र छोड़ना होगा इसके अलावा उसे नाटो की सदस्यता भी छोड़नी पड़ेगी।
इसके अलावा, ट्रंप ने मास्को के साथ ऐसे समझौते किए हैं, जिसकी महीनों पहले तक कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
हाल ही में, ट्रंप ने मिश्रित संकेत दिए हैं – सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया है कि शायद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उन्हें बहका रहे हैं तथा अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है।
हालांकि, अब तक की स्थिति क्रेमलिन के पक्ष में रही है, लेकिन जो भी प्रस्ताव रखे गए थे, वे अभी तक अंतिम रूप नहीं ले पाए हैं।
तथा बुधवार को वाशिंगटन और कीव ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत अमेरिका को यूक्रेन के विशाल खनिज संसाधनों तक पहुंच प्रदान की गई।
इस समझौते से रूस की ओर से जारी हमलों के बावजूद देश को सैन्य सहायता जारी रखने में मदद मिल सकेगी।
जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह समझौता पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार से पहले वेटिकन में ट्रंप के साथ उनकी “वास्तविक ऐतिहासिक” बैठक का पहला परिणाम है।