अमेरिका ने चीन पर अब नया टैरिफ लगा दिया है। जब से डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ की की घोषणा की थी और 100 देशों पर टैरफ लगाया था। उस वक्त भारत पर 27 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया था और चीन पर भी टैरिफ लगा था। उसके बाद अब अमेरिका की तरफ से नया कदम उठाया गया है। डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से घोषित नए टैरिफ के बाद चीनी सामानों पर अमेरिका में 104 फीसदी तक शुल्क पहुंच गया है। दरअसल, अमेरिका ने चीन पर 34 % का रेसिप्रोकल टैरिफ लगा रखा है। जो कि 2 अप्रैल से लागू हुआ है। इसके अलावा इस साल की शुरुआत में 20 % का अतिरिक्त टैरिफ भी अमेरिका ने चीनी सामानों पर लगाया था। ऐसे में अमेरिका की तरफ से 50 फीसदी का अतिरिक्त शुल्क लागू होते ही चीन पर प्रभावी टैरिफ दर 104 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
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104 % का टैरिफ कब से होगा लागू
व्हाइट हाउस ने ऐलान किया कि चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों में 104 % का टैरिफ लागू हो गया है और अतिरिक्त शुल्क 9 अप्रैल की आधी रात से शुरू हो गए हैं। ये वाशिंगटन और बीजिंग के बीच जारी ट्रेड वॉर में अबतक उठाए गए सबसे आक्रमक कदमों में से एक है। फॉक्स न्यूज के अनुसार व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि चीन ने अमेरिका पर प्रतिशोधी टैरिफ को नहीं हटाया है। ऐसे में अमेरिका 9 अप्रैल से चीनी आयात पर करीब 104% का टैरिफ लगाना शुरू कर देगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 7 अप्रैल को चीन पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की बात कही थी। ट्रंप ने चीन की ओर से अमेरिकी सामानों पर 34 % का जवाबी टैरिफ लगाने के बाद ये चेतावनी दी थी। ट्रंप ने कहा था कि चीन अगर 8 अप्रैल तक अपने प्रतिशोधी टैरिफ वापस नहीं लेता है तो अमेरिका उस पर 50 फीसदी टैरिफ लगाएगा।
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चीन ने अंतिम दम तक लड़ने की बात कही
चीन ने ट्रंप की धमकी पर झुकने से साफ इनकार कर दिया था और अमेरिका से लड़ाई लड़ने की बात कही। चीन ने अमेरिका द्वारा ब्लैकमेल किए जाने की निंदा की है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक तीखे बयान में कहा चीन के खिलाफ टैरिफ बढ़ाने की अमेरिकी पक्ष की धमकी एक बड़ी गलती है। यदि अमेरिका अपनी बात पर अड़ा रहा तो चीन अंत तक लड़ेगा। बीजिंग का सख्त रुख, जो कि वार्ता के लिए उसके पहले के आह्वान से एकदम अलग है, विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच आर्थिक टकराव के एक नए चरण का संकेत देता है।
मस्क ने ट्रंप से कर दी टैरिफ हटाने की मांग
व्हाइट हाउस में एक अलग तरह के विवाद की खबरें सामने आ रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप सहयोगी पीटर केंट नवारो और एलन मस्क के बीच विवाद की खबर सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि एलन मस्क मौजूदा टैरिफ सिस्टम से नाखुश हैं। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार एलन मस्क ने चीन के टैरिफ को लेकर डोनाल्ड ट्रंप से प्राइवेटली बात की है। उन्होंने ट्रंप से चीन पर लगाए गए टैरिफ को कम करने का आग्रह किया है। मस्क का मानना है कि ये टैरिफ टेस्ला के बिजनेस को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसलिए उन्होंने सीधे ट्रंप से बात करके इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि टैरिफ हटा दीजिए, इससे फायदा होगा।