अलकायदा के चार आतंकियों ने चार प्लन को हाईजैक किया। दो को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में टकरा दिया। तीसरा प्लेन पेंटागन में गिरा। चौथे का कंट्रोल पैसेंजर्स ने अपने हाथ में ले लिया। जिसके बाद प्लेन एक खेत में क्रैश हो गया। इस हमले में करीब 3 हजार लोगों की मौत हुई। इसी हमले के बाद अमेरिका ने वॉर ऑन टेरर शुरू किया। सबसे पहले अफगानिस्तान में फौज उतारी और तालिबान को हटाया। फिर पूरी दुनिया में एंट्री टेरर ऑपरेशन चलाया। सैकड़ों संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया। जिन्हें अलग अलग मिलिट्री बेस पर रखा गया। टॉर्चर की कहानी भी सामने आई जिसके बाद संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाना मुश्किल हो गया। अब अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने तीन आरोपियों के साथ समझौता कर लिया है। पेंटागन ने मोहम्मद, वालिद बिन अताश और मुस्तफा अल-हवसावी से जुड़े सौदों का पूरा विवरण जारी नहीं किया, लेकिन अमेरिकी मीडिया ने बताया कि तीनों मौत की सजा के बजाय आजीवन कारावास की सजा के बदले में अपना गुनाह कबूल करेंगे।
इसे भी पढ़ें: Iran-Israel के बीच तनाव का असर, Air India ने तेल अवीव की उड़ानें 8 अगस्त तक की स्थगित
1941 में पर्ल हार्बर, हवाई पर जापानी हमले के बाद 9/11 का हमला अमेरिकी धरती पर सबसे घातक हमला था, जिसमें 2,400 लोग मारे गए थे। बीबीसी के अमेरिकी सहयोगी सीबीएस न्यूज़ के अनुसार, अभियोजकों द्वारा पीड़ितों के परिवारों को भेजे गए एक पत्र में पहली बार दलील समझौते की घोषणा की गई थी। इसमें कहा गया है कि सैन्य अदालत के समक्ष याचिका अगले सप्ताह की शुरुआत में आ सकती है। तीनों को बाद में सैन्य अधिकारियों के एक पैनल द्वारा सजा सुनाई जाएगी। अभियोजकों ने कहा कि परिवारों को सजा की सुनवाई के दौरान पीड़ित-प्रभाव वाले बयान देने का अवसर मिल सकता है, जो 2025 की गर्मियों में होने की उम्मीद है।
इसे भी पढ़ें: Biden वाली गलती दोहराने लगी कमला हैरिस, खुद को बता दिया अमेरिकी राष्ट्रपति, लोगों ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
अभियोजकों ने यह भी स्वीकार किया कि इस सौदे से उन हजारों परिवार के सदस्यों के बीच तीव्र भावना और मिश्रित प्रतिक्रिया उत्पन्न होने की संभावना है, जिन्होंने किसी को खो दिया है। 12 साल की प्री-ट्रायल मुकदमेबाजी के बाद प्री-ट्रायल समझौते में प्रवेश करने का निर्णय हल्के में नहीं लिया गया; हालाँकि, यह हमारा सामूहिक, तर्कसंगत और सद्भावनापूर्ण निर्णय है कि यह प्रस्ताव अंतिम निर्णय और न्याय का सबसे अच्छा मार्ग है।
![]()

