पाकिस्तान में इस वक्त सुप्रीम कोर्ट के अनुच्छेद 370 पर आए फैसले की चर्चा जोरो-शोरो से हो रही है। राज्यसभा में अमित शाह का पीओके पर किए गए ऐलान से भी इस्लामाबाद में हलचल मची है। वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उर्दू में किया ट्वीट भी इस वक्त वहां सुर्खियां बटोर रहा है। अब तक इस ट्वीट को 2.8 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं। शायद पाकिस्तान में इसे ही सबसे ज्यादा देखा गया। 370 पर नए फैसले का मतलब समझाने के लिए पीएम मोदी ने वही भाषा चुनी जो पाकिस्तानियों को सबसे आसानी से समझ आती है।
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पाकिस्तानियों के बीच पीओके को लेकर चिंता बढ़ गई है। ये चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि भारत ने ये ऐलान कर दिया है कि पीओके उसी का है और देर-सवेर हिंदुस्तान के पास जरूर आएगा। अमित शाह ने राज्यसभा में भी साफ कर दिया की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का है और हमसे कोई नहीं छीन सकता है। संसद में खड़े होकर अमित शाह ने ललकारा और ये ऐलान सुनकर पाकिस्तान हलकान हो उठा। अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला और अमित शाह के ऐलान ने पाकिस्तान के पैरों तले जमीन खिसका दी है।
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पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने शीर्ष अदालत के फैसले की आलोचना करते हुए इसे पक्षपातपूर्ण निर्णय बताया। पाकिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानून भारत के 5 अगस्त 2019 के एकतरफा और अवैध कार्यों को मान्यता नहीं देता है। भारतीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा न्यायिक समर्थन का कोई कानूनी मूल्य नहीं है।
دفعہ 370 ختم کرنے سے متعلق سپریم کورٹ کا آج کا فیصلہ تاریخی ہے اوراس میں 05 اگست، 2019 کو بھارت کی پارلیمنٹ کی طرف سے کئے گئے فیصلے کو آئینی طور پر برقرار رکھا گیا ہے۔ یہ جموں و کشمیر اور لداخ میں ہمارے بہن بھائیوں کے لئے امید، ترقی اوراتحاد کا اعلامیہ ہے۔ عدالت نے اپنی تمام تر…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 11, 2023