कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर आतंकी हमले में 26 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कश्मीर पर हुए इस कायराना हमले को लेकर दुनियाभर से रिएक्शन आ रहे हैं। वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सऊदी अरब की यात्रा को बीच में छोड़कर भारत आ गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह कल ही श्रीनगर के लिए रवाना हो गए। हाई लेवल मीटिंग का दौर शुरू हो गया है। आतंकवाद का पनाहगाह पाकिस्तान अब खौफजदा हो चला है। भारत से सटी सीमा में गश्त भी बढ़ा दी है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने अपनी वायुसेना को अलर्ट मोड पर रखा है।पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान से रिएक्शन भी सामने आया है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ये दावा कर रहे हैं कि पहलगाम हमले से हमारा कोई वास्ता ही नहीं हैं। हम हर आतंकी घटना की निंदा करते हैं।
इसे भी पढ़ें: Turkey से रची गई पहलगाम की साजिश? शहबाज की खुफिया मीटिंग हुई लीक
पाकिस्तान के लाइव 92 न्यूज़ चैनल को दिए गए इंटरव्यू में आसिफ ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम के पास बैसरन मैदान में 28 लोगों की हत्या के बाद सऊदी अरब की अपनी हाई-प्रोफाइल यात्रा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आए हैं। हालांकि नई दिल्ली ने अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी पर उंगली नहीं उठाई है, लेकिन आसिफ ने जवाबी हमला शुरू कर दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान का इससे कोई लेना-देना नहीं है। नागालैंड से लेकर कश्मीर, छत्तीसगढ़, मणिपुर और दक्षिण में तथाकथित भारतीय राज्यों में क्रांतियां हो रही हैं। ये विदेशी हस्तक्षेप की कार्रवाई नहीं हैं, बल्कि स्थानीय विद्रोह हैं।
इसे भी पढ़ें: पहलगाम आतंकी हमले के बाद सीतारमण ने अमेरिका दौरा छोटा किया
यह बयान नई दिल्ली के लंबे समय से चले आ रहे रुख से एकदम अलग है कि सीमा पार आतंकवाद, खास तौर पर पाकिस्तान द्वारा कथित तौर पर समर्थित समूहों से, जम्मू-कश्मीर में अशांति को बढ़ावा मिलता है। हालांकि, आसिफ ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि ये लोग अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं। हिंदुत्ववादी ताकतें अल्पसंख्यकों, ईसाइयों, बौद्धों, मुसलमानों का दमन कर रही हैं और लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए हमले के बाद भावनाओं के उफान पर होने के बीच, आसिफ ने भारत पर पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में दखल देने का आरोप लगाकर कहानी को बदलने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि भारत बलूचिस्तान में अशांति को प्रायोजित कर रहा है। हमने पाकिस्तान में अस्थिरता के पीछे भारत के हाथ होने के सबूत कई बार पेश किए हैं।