भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच आईपीएल हफ्ते भर के लिए स्थगित हो चुका है। बीसीसीआई ने साफ कहा है कि जब देश युद्ध में हो तो क्रिकेट अच्छा नहीं लगता। हालांकि, एक तथ्य ये भी है कि आईपीएल के स्थगित होने से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। ये झटका सिर्फ बीसीसीआई या आईपीएल ही नहीं बल्कि इससे जुड़े तमाम लोगों को लगा है। इनमें वेंडर्स, आईपीएल मैच वाले शहरों और अन्य छोटे-बड़े व्यापारी भी शामिल हैं।
मौजूदा समय में देश जिन हालातों से जूझ रहा है उसके सामने ये नुकसान कोई बड़ी चीज नहीं है। बावजूद अनुमान के मुताबिक आईपीएल के इस तरह से स्थगित होने से बीसीसीआई को प्रति मैच तकरीबन 100 से 125 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
वैसे तो आईपीएल गवर्निंग काउंसिल पूरी कोशिश में है आईपीएल को जल्द से जल्द शुरू किया जाए। हालांकि, फिर से शुरू हने के बाद आईपीएल किस तरह से आगे बढ़ेगा ये देखने वाली बात होगी। इसका कारण ये है कि, सभी फ्रेंचाइजियों में विदेशी खिलाड़ियों, कोच और सपोर्ट स्टाफ की संख्या काफी ज्यादा है। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद से ही सभी विदेशी खिलाड़ी और स्टाफ अपने देश लौटने लगे हैं। हालांकि, इनमेंसे कई खिलाड़ी और अन्य स्टाफ को बीसीसीआई पर काफी ज्यादा भरोसा है। ऐसे में अगर उनकी नेशनल ड्यूटी आडे़ नहीं आती है तो वह आईपीएल के बचे मैचों के लिए भारत जरूर लौटना चाहेंगे।
बता दें कि, बीसीसीआई की पहली प्राथमिकता मई में ही आईपीएल को पूरा कराने पर है। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर भारत के पास अगस्त और सितंबर की विंडो है। हालांकि, इसके लिए भारत के बांग्लादेश टूर और टी20 एशिया कप का कार्यक्रम रद्द करना पड़ सकता है।
एक अंदेशा ये भी जताया जा रहा है कि, अगर हालात नियंत्रण में नहीं आए और आईपीएल 2025 पूरी तरह से रद्द हो गया तो क्या होगा? ऐसी स्थिति में अनुमान के मुताबिक मेजबान प्रसारकों को अनुमानित 5,500 करोड़ के विज्ञापन राजस्व का एक तिहाई से ज्यादा छोड़ना होगा। सभी दसों फ्रेंचाइजी पर भी इसका असर होगा। इसमें भी जो आईपीएल के सेंट्रल रेवेन्यू पूल पर निर्भर हैं, जिसमें ब्रॉडकास्टर और स्पांसरशिप राइट्स हैं, उन्हें ज्यादा चपत लगेगी।