बंगाल के मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में नए वक्फ अधिनियम को लेकर हुई हिंसा के एक दिन बाद, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर क्षेत्र में रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ की कई घटनाओं के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की। अधिकारी ने लिखा, “इस तरह के कदम से पर्दे के पीछे से साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड के असली चेहरे को उजागर करने, अपराधियों और भविष्य की घटनाओं की पहचान करने में मदद मिलेगी।
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मुर्शिदाबाद के धुलियान रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई, जब भीड़ ने रिले रूम में तोड़फोड़ की और बाहर रेलवे कर्मचारियों के वाहनों को जला दिया। कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए भाग गए, जिसके बाद पूर्वी रेलवे को ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा और उन्हें रद्द करना पड़ा। वक्फ विरोधी प्रदर्शनों के बाद जिले में हुई हिंसा की हालिया घटनाओं के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारी ने अपने पत्र में कहा कि रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर की गई तोड़फोड़ की ऐसी घटनाएं न केवल आवश्यक सेवा को बाधित करती हैं, बल्कि राष्ट्र के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करती हैं। अधिकारी ने विरोध प्रदर्शनों की संवेदनशील प्रकृति पर प्रकाश डालते हुए दावा किया कि बांग्लादेश की सीमा से लगे मुर्शिदाबाद में पीएफआई और सिमी जैसे प्रतिबंधित संगठनों की मौजूदगी के गंभीर सीमावर्ती निहितार्थ हैं।
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भाजपा विधायक ने आगे कहा कि मामले को आतंकवाद निरोधी निकाय को सौंपने से त्वरित, गहन और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित होगी। धुलियानडांगा और निमतिता स्टेशनों के बीच हिंसक विरोध प्रदर्शन और अवरोध के परिणामस्वरूप, रेल सेवाएं छह घंटे देरी से चलीं। इससे पहले दिन मे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जावेद शमीम ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में कम से कम 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें कम से कम 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए।