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‘PM Modi ने लोकतांत्रिक व्यवस्था को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण से किया मुक्त’, अमित शाह का बड़ा दावा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात @ 100’ पर राष्ट्रीय कॉन्क्लेव के समापन सत्र को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि लोकतंत्र के अंदर जनसंवाद के अनेक माध्यम होते हैं और मोदी जी ने आकाशवाणी को जनसंवाद को चुना। उन्होंने कहा कि मैं बचपन से आकाशवाणी का बड़ा प्रशंसक रहा हूं। मैंने कई महत्वपूर्ण बातें आकाशवाणी पर सुनी हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश पर भारत की विजय को मैंने आकाशवाणी पर सुना है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आपातकाल के बाद, एक तानाशाह के पराजय को सुबह 5 बजे आकाशवाणी के बुलेटिन पर सुना कि इंदिरा गांधी पराजित हो गई हैं। 
 

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अमित शाह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे लोकतंत्र में 2 बड़े योगदान किए हैं। एक, उन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण से मुक्त किया है। दूसरा, उन्होंने पद्म पुरस्कारों का लोकतंत्रीकरण किया है। उन्होंने कहा कि पहले पद्म पुरस्कार सिफारिश से मिलते थे। आज पद्म पुरस्कार छोटे से छोटे व्यक्ति लेकिन बड़ा योगदान करने वाले को दिया जाता है। शाह ने कहा कि विकलांग शब्द कितना अपमानजनक था और हमें मालूम नहीं था कि हम सालों से इसका इस्तेमाल कर रहे थे। मोदी जी ने मन की बात के एक एपिसोड से ‘विकलांग’ को ‘दिव्यांग’ बनाने का काम किया और करोड़ों लोगों को सम्मानित किया। 
 

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मन की बात @ 100 पर राष्ट्रीय सम्मेलन में एक स्मारक सिक्का जारी किया। उन्होंने कहा कि मन की बात के 99 एपिसोड के दौरान पीएम मोदी ने राजनेता होने के बावजूद राजनीतिक बातें नहीं कीं। मुझे नहीं लगता कि दुनिया में ऐसा कोई डायलॉग है। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि टीवी, OTT, इंटरनेट आने के बाद लगता था कि रेडियो का महत्व कम हो जाएगा लेकिन मोदी जी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम से रेडियो की स्वीकार्यता और बढ़ी है। आज तक 100 करोड़ लोगों ने कभी-न-कभी मन की बात को सुना है।

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