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Kashmir में आतंक के नेटवर्क पर चुन चुन कर हो रहा है प्रहार, 14 Terrorists की हिट लिस्ट में से अब तक 6 को हो चुका है सफाया

कश्मीर में आतंक के नेटवर्क पर चुन चुन कर प्रहार किये जा रहे हैं जिससे आतंकियों और पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं के बीच खलबली मची हुई है। हम आपको बता दें कि रिपोर्टों के मुताबिक सुरक्षा बलों के निशाने पर 14 आतंकवादी हैं और इस हिट लिस्ट में से अब तक छह का सफाया हो चुका है। एक दिन पहले तीन आतंकवादी शोपियां में मुठभेड़ में मारे गये थे और आज त्राल में तीन आतंकवादियों के लिए सुरक्षा बल काल बनकर आये। इसके अलावा रियासी जिले और कठुआ में आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए तलाश अभियान लगातार जारी है। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुँच कर सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की साथ ही सेना प्रमुख ने बारामूला में अग्रिम इलाकों का दौरा कर हालात को देखा।
तीन आतंकवादी मारे गये
जहां तक आतंकवादियों के सफाये की बात है तो आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आज सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा के नादेर त्राल इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सटीक सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारी ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गए। पुलिस के अनुसार, इलाके में तलाश अभियान अब भी जारी है।

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सर्च ऑपरेशन जारी
दूसरी ओर, रियासी जिले के एक जंगल में संदिग्ध गतिविधि की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने तलाश अभियान शुरू किया है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार रात जिले के भगा इलाके में एक महिला द्वारा दो संदिग्ध व्यक्तियों को देखे जाने की सूचना के आधार पर जंगल क्षेत्र में संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया गया। अधिकारियों के अनुसार, एक स्थानीय महिला ने पुलिस को बताया कि सेना की वर्दी पहने दो व्यक्ति उसके घर आए और पानी मांगा। पानी पीने के बाद उन्होंने कहा कि वे अपने “कैम्प” लौट रहे हैं और फिर वहां से चले गए। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम द्वारा शुरु किया गया है, जिसमें हवाई सहायता भी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक स्तर पर सख्त निगरानी रखी जा रही है और तलाशी ली जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में भी लगातार तलाश अभियान चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा गघवाल और उसके आसपास के इलाकों में संयुक्त तलाशी अभियान जारी है।
सेना प्रमुख का दौरा
हम आपको यह भी बता दें कि सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में अग्रिम इलाकों का दौरा किया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान नियंत्रण रेखा पर अपना दबदबा बनाए रखने के लिए सैनिकों की सराहना की। उन्होंने सैनिकों से कहा कि वे किसी भी चुनौती का निर्णायक ताकत के साथ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहें। सेना ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सेना प्रमुख (सीओएएस) ने चिनार कोर की डैगर डिवीजन का दौरा किया। अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने पोस्ट में कहा, ‘‘सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने चिनार कोर के डैगर डिवीजन के अग्रिम इलाकों का दौरा किया और सभी अधिकारियों के साथ बातचीत की। सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नियंत्रण रेखा पर अपना दबदबा बनाए रखने के लिए उनके साहस, जोश और सतर्क कार्रवाई की सराहना की।’’ पोस्ट के अनुसार, सेना प्रमुख ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में आतंकी शिविरों को नष्ट करने में सैनिकों की भूमिका की सराहना की। सेना ने कहा, ‘‘सेना प्रमुख ने पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा के पार की गई कायरतापूर्ण गोलेबारी से पीड़ित नागरिकों को सहायता प्रदान करने में डैगर डिवीजन द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की। उन्होंने सैनिकों को किसी भी चुनौती का निर्णायक ताकत के साथ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया।”
रक्षा मंत्री का दौरा
दूसरी ओर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज जम्मू कश्मीर में समग्र सुरक्षा परिदृश्य और सशस्त्र बलों की युद्ध संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। इससे पहले उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान की छाती पर चोट पहुंचाई गई है जिसका इलाज उसके आतंकियों को पनाह देना बंद करने से ही संभव है। हम आपको बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों तथा उनके ठिकानों को निशाना बना कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किए जाने के बाद से यह राजनाथ सिंह की केंद्र शासित प्रदेश की पहली यात्रा है। राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत कभी युद्ध का पक्षधर नहीं रहा, लेकिन जब हमारी संप्रभुता पर हमला होगा तो हम जवाब देंगे।”
सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
इस बीच, एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने राजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अग्रिम इलाकों का दौरा किया और वहां सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सेना ने बताया कि जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल पीके मिश्रा ने आतंकवाद रोधी रोमियो फोर्स के जीओसी मेजर जनरल मनीष गुप्ता के साथ मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए राजौरी में नारियां और जर्रान वाली गली तथा पुंछ सेक्टर में तोता गली का दौरा किया। व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “(लेफ्टिनेंट जनरल मिश्रा ने) सैनिकों के साहस और पेशेवर अंदाज की सराहना की तथा आतंकवाद का मुकाबला करने और क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए पूरी तत्परता और उच्च मनोबल का आह्वान किया।”
उमर अब्दुल्ला का ट्वीट
उधर, सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और नियंत्रण रेखा तथा अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में हाल के घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर कहा, ”उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने मुझसे मुलाकात की और नियंत्रण रेखा और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और हाल के घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी।’’ उन्होंने बताया कि सेना कमांडर के साथ 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव भी थे। अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हमारे सुरक्षा बल देश की रक्षा में सराहनीय काम कर रहे हैं।’’ 

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