गर्मियों में सबसे ज्यादा मजा तो वाटर पार्क जाने में आता है। लोग भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए वाटर पार्क जरुर जाते हैं। समर विकेशन में बच्चे अपनी फैमिली के साथ वाटर पार्क जाने की जिद्द तो जरुर करते हैं। गर्मियों की छुट्टी का आनंद लेने के लिए बच्चों से लेकर बड़ें भी सब लोग वाटर पार्क में एन्जॉय करने के लिए उत्सुक रहते हैं। राइड्स की ढेर सारी मस्ती हर कोई पसंद करता है। ठंडे पानी की फुहारे भी काफी मजा देती है। ऐसे में अगर आप भी वाटर पार्क जा रहे हैं, तो इन बातों का विशेष रखें ख्याल।
स्विमवियर सही चुनें
अगर आप वाटर पार्क जा रहे हैं, तो सही स्विमवियर जरुर चयन करें। स्टाइल के साथ कंफर्ट और सेफ्टी के लिए भी बेहद जरूरी होता है। इसलिए सही से स्विमवियर चुनें। ढीले कपड़े या टाइट कपड़े परेशानी की वजह बन जाते हैं। ऐसा स्विमवियर पहनें जो बॉडी से चिपका हो, लेकिन बॉडी को सांस लेने में कोई परेशानी न हो। इसके अतिरिक्त कॉटन कपड़े न पहनें। आप नायलॉन, स्पैन्डेक्स या पॉलिएस्टर के स्विमवियर ले सकते हैं।
धूप से बचें
वाटर पार्क जाने से टैनिंग की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए आप धूप से बचने केलिए वाटरप्रूफ या कम से कम SPF 30+ वाला सनस्क्रीन लगाएं। इसे आप हर 2-3 घंटे के बाद जरुर लगाएं। धूप से बचने के लिए आप हैट या कैफ पहन सकते हैं। इसके अलावा, UV प्रोटेक्शन वाले चश्मे आंखों को आप पहन सकते हैं, जो कि धूप से बचाते हैं।
हाइड्रेशन जरुरी है
वाटर पार्क में मस्ती करने बाद लोग हाइड्रेटेड रहना तो भूल ही जाते है। लोग पानी पीना तो बिल्कुल ही भूल जाते हैं। ऐसा करने से शरीर डिहाइड्रेटेड हो सकता है। जिससे आप बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए हर एक घंटे में 1 गिलासपानी जरुर पिएं। पानी पीने से थकावट, सिरदर्द और चक्कर आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। बच्चों को भी पानी पिलाते रहें।
भीड़ से बचने के लिए सही टाइमिंग जरुरी है
अगर आप वाटर पार्क जाएं, तो सोमवार से शुक्रवार के बीच ही जाएं। इस समय के दौरान भीड़ कम होती है। वीकेंड्स और छुट्टियों में बहुत ज्यादा भीड़ होती है। अगर आप सही टाइमिंग की प्लानिंग करेंगे तो वाटर पार्क जाना मजेदार रहेगा।
साफ-सफाई का रखें ख्याल
वाटर पार्क जाना तो सभी को अच्छा लगता है लेकिन साफ-सफाई का भी ध्यान रखें। नहीं तो आपको इंफेक्शन और स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती है। पूल में जाने से पहले और बाद में नहाना जरुरी है इसलिए वाटर पार्क में शावर मौजूद होते हैं। हाथों को धुलते रहें और सेनटाइज करें। नंगे पांव ज्यादा न चलें, वरना फंगल इंफेक्शन हो जाएगा।