जी20 शिखर सम्मेलन देश की राजधानी दिल्ली में 9 सितंबर से शुरू हो चुका है। इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन के लिए दुनिया के कई महत्वपूर्ण देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुंच चुके हैं। ये 18वां जी20 शिखर सम्मेलन हैं। साल 1999 में स्थापित जी20 की मेजबानी भारत पहली बार कर रहा है। जी20 समूह में शामिल देशों के अलावा और 9 देशों को विशेष आमंत्रण पर शामिल होने का न्यौता दिया गया। इन देशों में बांग्लादेश, इजिप्ट, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात है।
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G20 में दुनिया की 19 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ-साथ यूरोपीय संघ भी शामिल है। ये देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, ये देश कुल मिलाकर वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और दुनिया की पूरी आबादी का दो-तिहाई हिस्सा हैं। प्रत्येक वर्ष, G20 अध्यक्ष सदस्य देशों के अलावा अतिथि देशों को G20 बैठकों और शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हैं। इस वर्ष, भारत ने अपनी G20 अध्यक्षता के दौरान बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात को अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित किया।