भारत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक तथा उनके उच्चायुक्तों के माध्यम से पाकिस्तान के संपर्क में है, जबकि दोनों देशों की सेनाएं पाकिस्तान की सीमा के भीतर किए गए हमलों को लेकर आमने-सामने की स्थिति में हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सारे डिप्लोमैटिक चैनल्स खुले हैं। हालांकि वे संकट की स्थिति के लिए हैं।
इसे भी पढ़ें: Pakistan Army का क़ाफ़िला उड़ा दिया, 14 सैनिक साफ़, सामने आया हैरान करने वाला video
इस्लामाबाद में भारतीय प्रभारी गीतिका श्रीवास्तव इस्लामाबाद में प्रमुख वार्ताकारों के संपर्क में हैं। पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय हमलों पर विरोध जताने के लिए बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने उन्हें तलब किया था। सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री और एनएसए मार्को रुबियो द्वारा एनएसए अजीत डोभाल से बात करने के बाद दोनों पक्ष संपर्क में हैं।
इसे भी पढ़ें: भारत के स्ट्राइक से पाक जनरल मुनीर का दिमाग पगलाया, फिर 24 सैकेंड में जो किया, भारत भी हैरान!
हालांकि, एक शीर्ष भारतीय अधिकारी ने कहा कि संपर्क में रहने का मतलब बातचीत करना नहीं है। एक तरह से अधिकारी ने दोनों पक्षों के बीच संपर्क को कमतर आंकने की कोशिश की। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में नौ स्थानों पर हमलों के बाद भारतीय टुकड़ियाँ सुरक्षा के उच्च स्तर पर हैं और पाकिस्तान की किसी भी अग्रिम कार्रवाई के लिए तैयार हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान ने हाल ही में लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक, जो आईएसआई के महानिदेशक हैं, को एनएसए के रूप में नामित किया है।
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है कि दोनों एनएसए संपर्क में हैं। टीआरटी वर्ल्ड को दिए साक्षात्कार में डार से पूछा गया कि क्या एनएसए ने रात भर की कार्रवाई के बाद बातचीत की है, इस पर उन्होंने कहा: “हां, दोनों के बीच संपर्क हुआ है।