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कितना पावरफुल है भारत का बराक-8, पाकिस्तान की फतह-II का फालूदा बना दिया

एक गिरी हुई मिसाइल की तस्वीर पूरी दुनिया ने देखी। ये पाकिस्तान की बड़ी नाकामी है। इस नाकामी को फतह-2 के नाम से जानते हैं। पाकिस्तान ने ये मिसाइल भारत में हमला करने के उद्देश्य से दागी थी। लेकिन इस पाकिस्तानी मिसाइल को भारत ने मार कर ढेर कर दिया। पाकिस्तान को अपने सर्फेस टू सर्फस मार करने वाले अपने फतह सीरिज के मिसाइलों पर बड़ा ही गुमान है। उसे लगता है कि ये मिसाइलें वो जहां दागेगा उसे फतह मिल जाएगी। लेकिन भारत में जैसे ही उसने ये मिसाइल दागी। उसके बाद वो जमीन में पड़ी धूंल फांकती हुई पाई गई। लोगों ने बताया भी है कि कैसे इस मिसाइल को मारकर गिरा दिया गया और अब पूरी दुनिया देख रही है कि पाकिस्तानी मिसाइल कैसे भारत में मारे गए हैं।  इस्लामाबाद ने फतह-2 बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जिसे भारत के बराक-8 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने हरियाणा के सिरसा में रोक दिया।

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परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइल 
बराक-8 भारत व इजराइल के सहयोग से तैयार लंबी दूरी वाली सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। डीआरडीओ और इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने विकसित किया है। डीआरडीओ के अनुसार, इसमें 70% टेक्निक भारत की है।  बराक- 8 मध्यम दूरी के लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, एंटी शिप मिसाइल, ड्रोन के साथ-साथ क्रूज मिसाइलों और अन्य हवाई खतरे को नष्ट करने में सक्षम है। इसकी मारक क्षमता 70 से 100 किमी तक है। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइल में अधिक उन्नत खोज की सुविधा और लंबी दूरी तक जाने की क्षमता है। यह खतरे का पता लगाने वाली राडार प्रणाली से लैस है। जहाज पर इसका इस्तेमाल एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम के रूप में किया जाता है। इसकी मिसाइलें 360 डिग्री सुरक्षा देती हैं और सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर भी दुश्मन की मिसाइल को मार सकती हैं। इसका नया वर्जन बराक एमएक्स कई इंटरसेप्टर्स को एक साथ लॉन्च कर सकता है। 

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जमीन-समुद्र दोनों से इस्तेमाल 
4.5 मीटर लंबी मिसाइल का वजन करीब तीन टन है। यह 70 किलोग्राम भार ले जाने में सक्षम है। 
2400 किमी प्रतिघंटा तक होती है इसकी रफ्तार। इसे जमीन और समुद्र दोनों जगह से यूज कर सकते हैं। 
2500 करोड़ रुपए थी इसकी शुरुआती लागत। बाद में वायुसेना के लिए 10 हजार करोड़ की डील साइन हुई।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने बराक 8 मिसाइलों को क्यों तैनाती के लिए चुना
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए दिया, जिसमें कश्मीर में 26 लोगों की जान चली गई थी। इसके तहत उसने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। 7 मई को हुए इन हमलों के बाद से इस्लामाबाद ने भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर कई हमले करने की कोशिश की है। ज़मीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली पाकिस्तान की मिसाइल और ड्रोन हमलों के खिलाफ़ ढाल का काम कर रही है।  बराक-8 मिसाइलों के अलावा, भारत ने बुधवार रात 15 भारतीय शहरों को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम करने के लिए एस-400 ट्रायम्फ मिसाइल सिस्टम, आकाश और स्वनिर्मित ड्रोन रोधी उपकरण तैनात किए। एकीकृत काउंटर-अनमैन्ड एरियल सिस्टम (यूएएस) ग्रिड, एस-400 ट्रायम्फ सिस्टम, बराक-8 मिसाइल, आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल और डीआरडीओ की ड्रोन रोधी तकनीकें एक साथ मिलकर एक हवाई ढाल बनाने के लिए एक साथ एक्टिवेटेड है। बराक-8 मिसाइलों ने आज तड़के हरियाणा में पाकिस्तान की फतह-2 मिसाइल को नष्ट करके भारत की राजधानी की सुरक्षा भी की।
 

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