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Akshardham Temple attack का मास्टरमाइंड 22 साल बाद फिर हुआ एक्टिव, Godhra से भयानक साजिश रचने के पीछे क्या है कनेक्शन?

बेंगलुरु में 1 मार्च को हुए रामेश्वरम कैफे विस्फोट के पीछे का मास्टरमाइंड फरहतुल्ला गोरी एक नए वीडियो संदेश के साथ फिर से सामने आया है। इस वीडियो में भारतीय युवाओं से सरकारी अधिकारियों और रेल बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए कहा गया है। इस वीडियो को  गोरी ने दो सप्ताह पहले विभिन्न टेलीग्राम चैनलों पर जारी किया है। गोरी ने विशेष रूप से भारत में मुस्लिम युवाओं से रेलवे और अन्य परिवहन नेटवर्क पर हमले करने का आह्वान किया।
कौन हैं फरहतुल्लाह गोरी?
फरहतुल्ला गोरी को हाई-प्रोफाइल हमलों से जोड़ा गया है, जिसमें 2002 में अक्षरधाम मंदिर पर हमला और 2005 में हैदराबाद में टास्क फोर्स कार्यालय पर आत्मघाती हमला शामिल है। उसे गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा आतंकवादी के रूप में नामित किया गया है और भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा वांछित है। हाल ही में एनआईए के मोस्ट वांटेड आतंकवादी और आईएस प्रायोजित मॉड्यूल का हिस्सा मोहम्मद शाहनवाज आलम और उसके दो सहयोगियों की गिरफ्तारी की थी।  उसने गोरी की एक्टिविटी का खुलासा किया था। उसके ऑनलाइन जिहाद के लिए भारतीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में उसकी संलिप्तता का पता चला है। 

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पाकिस्तान से ऑपरेशन चला रहा 
फरहतुल्ला गोरी, जिसे अबू सुफियान, सरदार साहब और फारू जैसे उपनामों से जाना जाता है, पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क में एक प्रमुख व्यक्ति और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का एक प्रमुख सहयोगी है।  वह वर्तमान में पाकिस्तान से ऑपरेशन चला रहा है। उसके स्लीपर सेल पाकिस्तान और भारत दोनों में सक्रिय हैं। कथित तौर पर आईएसआई के समर्थन से बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हाल ही में हुए विस्फोट के पीछे था। हाल ही में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल द्वारा आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े आतंकी रिजवान की गिरफ्तारी के बाद कहा गया था कि वह गौरी के संपर्क में था।
23 दिन के भीतर 3 हादसे
कासगंज-कानपुर रेलवे मार्ग पर बिल्हौर से पहले कालिंदी एक्सप्रेस को सिलेंडर से टकराकर पलटाने की कोशिश के मामले में पुलिस ने छह टीमें गठित की हैं। 23 दिन के भीतर तीसरी साजिश की आशंका को देखते हुए एनआइए, एटीएस और आइबी की टीमें जांच में जुट गई हैं। 

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