पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ ने भारी तबाही मचाई है, जिससे मात्र 24 घंटों में 300 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। मृतकों में एक बचाव हेलीकॉप्टर के पांच चालक दल के सदस्य भी शामिल हैं, जो बाढ पीडितों तक मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे।
शहर, गांव और सडकें पानी में डूबे
नदियां और नाले उफान पर हैं, और पानी सडकों व घरों में भर गया है। इस विनाशकारी बाढ ने पेड उखाड दिए हैं और अपने रास्ते में आने वाले सभी बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है। मूसलाधार बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ है, जिससे सडकें बह गई हैं और कई इलाकों का संपर्क टूट गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में पानी में डूबे घर, तैरती हुई कारें और बचावकर्मी दिख रहे हैं, जो इस भयंकर तबाही के बीच लोगों को बचाने के लिए जूझ रहे हैं।
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, बुनेर के उपायुक्त काशिफ कय्यूम ने बताया कि सबसे ज़्यादा मौतें पीर बाबा और मलिक पुरा गांवों में हुई हैं, जहां प्राथमिक उपचारकर्ता अभी भी शवों को निकालने का काम कर रहे हैं।
Flash floods and heavy rain swept through northwest Pakistan, killing nearly 200 people as well as five crew members of a rescue helicopter, all within 24 hours https://t.co/NySUVyAq0S pic.twitter.com/7pv2UBwR4y
— Reuters (@Reuters) August 16, 2025
बढ सकती है मृतकों की संख्या
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस आपदा में अब तक 307 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से अकेले बुनेर में 184 लोग मारे गए। अन्य जिलों में भी बडी संख्या में मौतें हुई हैं, जैसे शांगला में 36, मनसेहरा में 23 और स्वात में 22।
PDMA के प्रवक्ता ने बताया कि मृतकों और घायलों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है, क्योंकि अभी भी कई लोग लापता हैं। इस बीच, अफगान सीमा के पास बाजौर में एक राहत हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सभी पांच चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने इस बाढ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक आपात बैठक की अध्यक्षता की है।