उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण संबंधी वास्तविक समय का डेटा साझा करने संबंधी एक समझौते को लेकर जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया बातचीत कर रहे हैं। उत्तर कोरिया से परमाणु और मिसाइल के बढ़ते खतरों के बीच इन तीनों देशों के बीच सहयोग तेजी से महत्वपूर्ण हो गया है। यह बात जापान के मुख्य सरकारी प्रवक्ता ने मंगलवार को कही।
मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ू मात्सुनो ने कहा कि अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है, लेकिन ‘‘मैं समझता हूं कि रक्षा अधिकारी एक व्यवस्था स्थापित करने के लिए सख्ती से आगे बढ़ रहे हैं।’’
मात्सुनो ने कहा, ‘‘जापान और दक्षिण कोरिया के आसपास का सुरक्षा वातावरण अधिक गंभीर और अधिक जटिल होता जा रहा है और दोनों देशों के साथ-साथ अमेरिका के साथ त्रिपक्षीय समन्वय तेजी से महत्वपूर्ण हो गया है।’’
जापान और दक्षिण कोरिया दोनों अमेरिका के प्रमुख सहयोगी हैं और हिंद-प्रशांत में उनका सहयोग ऐसे समय में वाशिंगटन की सुरक्षा रणनीति के लिए महत्वपूर्ण है जब चीन, उत्तर कोरिया और रूस के साथ तनाव बढ़ रहा है।
जापान और दक्षिण कोरिया को अमेरिकी राडार प्रणाली के डेटा से अलग-अलग जोड़ा गया है, लेकिन इतिहास के विवाद संबंधी संबंधों की जटिलता के कारण सीधे एक-दूसरे से नहीं।
तीनों देशों के नेताओं ने पिछले नवंबर में उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपणों पर सूचना साझा करने में तेजी लाने पर सहमति व्यक्त की थी।
जापान के ‘योमिउरी’ अखबार ने मंगलवार को खबर दी कि जापान और दक्षिण कोरिया उत्तर कोरियाई मिसाइल चेतावनी सूचना वास्तविक समय में साझा करने के लिए अमेरिकी प्रणाली के माध्यम से अपने रडार को जोड़ने पर समझौते के करीब हैं, जो जापानी मिसाइल रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में मदद करेगा।
‘योमिउरी’ ने कहा कि तीन देशों के सिंगापुर में आयोजित होने वाले वार्षिक रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन ‘शांगरी-ला डायलॉग’ के मौके पर जून की शुरुआत में एक समझौते पर पहुंचने की उम्मीद है। ‘योमिउरी’ ने कहा कि सम्मेलन के दौरान जापानी और दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्री द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
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