कतर द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उपहार में दिया गया शानदार बोइंग 747 विमान इस समय पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है खासतौर पर इस विमान ने अमेरिका की घरेलू राजनीति का पारा काफी हाई कर दिया है क्योंकि विपक्ष सीधे-सीधे इस उपहार को रिश्वत की संज्ञा दे रहा है। साथ ही उपहार में मिले इस विमान को लेकर अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियां भी चिंतित हैं। हम आपको बता दें कि कतर के इस उपहार से अमेरिकी खुफिया और कूटनीतिक समुदाय के बीच चिंता देखी जा रही है क्योंकि विदेशी शक्तियों से मिलने वाले उपहारों को लंबे समय से संदेह की दृष्टि से देखा जाता है। ट्रंप द्वारा इस विमान को स्वीकार करने से कानूनी और नैतिक चिंताएं भी देखी जा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी विदेशी सरकार की ओर से दिया गया ऐसा उपहार राष्ट्रपति और उनके साथ यात्रा करने वाले लोगों की निगरानी, ट्रैकिंग या संचार में सेंध लगाने के अवसर पैदा करता है। अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ और CIA के पूर्व स्टेशन प्रमुख थैड ट्रॉय ने कहा कि अगर हमने यह विमान बनाया होता और यह किसी विदेशी सरकार को जाने वाला होता, तो शायद हम इसमें जासूसी उपकरण लगा देते। उन्होंने याद किया कि शीत युद्ध के दौर में जब वह मास्को में तैनात थे, उस समय अमेरिकी दूतावास की ईंट दर ईंट तोड़ी जा रही थी ताकि भवन की दीवारों में छिपे निगरानी उपकरणों को हटाया जा सके।
हम आपको बता दें कि यह बोइंग 747 विमान 2012 में बना था। पहले यह हमद बिन जसिम बिन जाबिर अल थानी के लिए रखा गया था। हम आपको बता दें कि 66 वर्षीय अल थानी कतर के शाही परिवार के सबसे धनी सदस्यों में से हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री तथा सॉवरेन वेल्थ फंड के प्रमुख के रूप में कार्य किया है। लेकिन बाद में इसे डोनाल्ड ट्रंप को उपहार में देने का निर्णय किया और ट्रंप ने भी झट से इसे स्वीकार कर लिया। उन्होंने इस उपहार को स्वीकार करते हुए यहां तक कहा था कि कोई बेवकूफ ही इतने महंगे उपहार को स्वीकार करने से मना करेगा।
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जहां तक इस विमान की खासियतों की बात है तो आपको बता दें कि इस विमान का इंटीरियर क्रीम और स्किन कलर की साज-सज्जा से सुसज्जित है, जिसमें पेरिस के इंटीरियर डिज़ाइन फर्म ‘कैबिनेट अल्बर्टो पिंटो’ द्वारा तैयार किए गए कालीन, साइकामोर और वकापू लकड़ी की फिटिंग्स और अलेक्जेंडर काल्डर की कलाकृतियाँ शामिल हैं। ऊपरी डेक पर मास्टर बेडरूम और बाथरूम, एक अतिथि कक्ष और प्राइवेट लॉन्ज है, जबकि नीचे लाउन्ज, ऑफिस और क्रू एरिया स्थित है। यह भी बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा को देखते हुए इस विमान को ‘एयर फोर्स वन’ मानकों के अनुसार फिर से तैयार करना होगा, जिसमें विस्फोटों और हमलों का सामना करने के लिए उसकी सतह को सुदृढ़ बनाना, हवा में ईंधन भरने की सुविधा, गोपनीय संचार और हथियार प्रणालियाँ लगाना शामिल हैं। यह प्रक्रिया कई महीनों, बल्कि वर्षों तक चल सकती है जिसमें रक्षा विभाग और खुफिया अधिकारी विमान को पूरी तरह से खोलकर ट्रैकिंग डिवाइसेज़ या सिस्टम में निगरानी की संभावना का भी पता लगाएंगे।
दूसरी ओर, ट्रंप द्वारा उपहार स्वीकार किये जाने से अमेरिका में राष्ट्रपति की खूब आलोचना हो रही है। आलोचना करने में ट्रंप समर्थक भी पीछे नहीं हैं। कमेंटेटर बेन शापीरो ने तो पूछा है कि अगर कोई डेमोक्रेटिक नेता ऐसा करता तो ट्रंप समर्थकों की क्या प्रतिक्रिया होती। शापीरो ने अपने पॉडकास्ट में कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने दलदल को खत्म करने का वादा किया था। लेकिन वह वास्तव में दलदल को और गहरा कर रहे हैं।”
हम आपको यह भी बता दें कि कतर अमेरिका का पुराना सहयोगी है और गाजा में इज़राइल और हमास के बीच संघर्ष विराम के प्रयासों में मिस्र के साथ मिलकर प्रमुख मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है। हालांकि, कतर हमास के राजनीतिक कार्यालय की भी मेज़बानी करता है। देखा जाये तो कतर के इस तरह के संबंध अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं क्योंकि अगर किसी भी तरह की संवेदनशील जानकारी उन लोगों के हाथ लग जाए तो उसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। हम आपको बता दें कि कतर की खुफिया क्षमता काफी मजबूत है।
बहरहाल, विदेशी सरकारों से उपहार स्वीकार करने में खतरे जरूर हो सकते हैं लेकिन उन्हें ठुकराना भी जोखिम पैदा कर सकता है। वैसे भी अरब संस्कृति में उपहार देना और शानदार मेहमाननवाजी करना बहुत मायने रखता है और ऐसे समय में जब कतर गाजा युद्ध को समाप्त करने की कोशिशों में अहम भूमिका निभा रहा है, इसे ठुकराना एक कूटनीतिक भूल हो सकती है। अगर ट्रंप विमान को स्वीकार नहीं करते तो कतर समेत अन्य अरब देश भी अमेरिका से नाराज हो सकते थे।