📰 बलिया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने कहा है कि जिले में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 16 हजार शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को पिछले एक वर्ष से वेतन विलंब से प्राप्त हो रहा है। न्यायालयीय बाधाओं और बेसिक शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही के चलते हर माह वेतन अटक रहा है, जिससे शिक्षकों का परिवार आर्थिक संकट की गहरी मार झेल रहे हैं।
💼 संगठन ने कहा है कि बक्चों की फीस, दवाईयां, EMI और रोजमर्रा के खर्च तक जुटाना मुश्किल हो गया है। गुस्साए शिक्षकों ने अब आंदोलन का एलान कर दिया है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने बांसडीह विधानसभा क्षेत्र की भाजपाविधायक केतकी सिंह को पत्र लिखकर पूरी स्थिति से अवगत कराया है। पत्र में कहा गया है कि तत्काल वेतन की समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया तो संगठन कार्य पुरणतः स्थगित कर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। इसका पूरा दायित्व बेसिक शिक्षा विभाग पर होगा।
📜 विधायक केतकी सिंह मामले का संज्ञान लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए तुरन्त वेतन भुगतान और स्थायी समाधान के लिए निर्देश दिए। साथ ही विधायक ने उत्तर प्रदेश शासन के विशेष सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग को भी पत्र लिखकर बलिया के शिक्षकों-कर्मचारियों की वेतन समस्या का स्थायी निदान करने की मांग की है।
🗣️ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि “हर माह कोर्ट के आदेश से विभागीय खाते पर रोक लग जाती है और अधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण वेतन एक-दो माह तक लटक जाता है। पिछले एक साल में यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिक्षकों का कर्ज लेकर परिवार चला रहे हैं। धैर्य जवाब दे रहा है। अगर जल्द ही इसका स्थायी हल नहीं हुआ तो हम सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।”
📝 शिक्षकों का कहना है कि वेतन समय से न मिलने से मानसिक तनाव बढ़ा है और पढ़ाई पर भी असर पड़ा है। कई शिक्षकों ने तो निजी कर्जदाताओं से उधार लेकर लिए हैं। अब सभी की निगाहें बेसिक शिक्षा विभाग और शासन के उस फैसले पर टिकी हैं जो बलिया के 16 हजार शिक्षक-कर्मचारियों को इस अपमानजनक स्थिति से स्थायी मुक्ति दिला सके। इस मौके पर अमरेंद्र बहादुर सिंह, राजेश कुमार सिंह, अकीलुर्रहमान खान, कर्ण प्रताप सिंह, ओम प्रकाश सिंह, संजीव कुमार सिंह, विनोद तिवारी इत्यादि संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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