🌍 बलिया। समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और प्रवक्ता सुशील कुमार पांडेय ‘कान्हजी’ ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदलने की कोशिश गरीबों और ग्रामीण मजदूरों के अधिकारों पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के नाम से नफरत करने वाले लोग देश में गांधीवाद और गांधी के नाम को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं, जिसमें वह कभी भी सफल नहीं हो सकते।
🛤️ कान्हजी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मनरेगा का नाम बदलकर जनता के बीच महात्मा गांधी की विरासत और इस योजना की मूल भावना को खत्म करना चाहती है। यह एक राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित कदम है। मनरेगा ग्रामीण भारत की रीढ़ है,जो करोड़ों लोगों को न्यूनतम आजीविका और रोजगार का अधिकार प्रदान करती है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार लगातार मनरेगा के बजट में कटौती कर रही है और अब नाम बदलकर इस योजना को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, जो सीधे तौर पर गरीब विरोधी है।”
🗣️ कहा कि समाजवादी पार्टी मांग करती है कि केंद्र सरकार तुरंत इस फैसले को रोके और मनरेगा के मूल नाम तथा ढांचे से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न करे। समाजवादी पार्टी इस फैसले का पुरजोर विरोध करती रहेगी।
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