गलत संकेत क्यों दे रहे हैं? BCCI ने केएल राहुल की फिटनेस पर उठाए सवाल

केएल राहुल इंग्लैंड के खिलाफ शेष तीन टेस्ट मैचों से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह देवदत्त पडिक्कल को मौका दिया गया है। लेकिन इससे पहले उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम तीन मैचों के लिए भारतीय स्क्वॉड में रखा गया था। राहुल अपनी चोट से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। बीसीसीआई की प्रेस रिलीज के अनुसार, बल्लेबाज ठीक होने की राह पर थे और 90 प्रतिशत फिट थे और इसलिए तीसरे टेस्ट के लिए उसके नाम पर विचार नहीं किया गया।
बता दें कि, बोर्ड ने एक प्रेस रिलीज में कहा, राहुल 90 प्रतिशत मैच फिटनेस तक पहुंच गए हैं और बीसीसीआई मेडिकल टीम की देखरेख में अच्छी प्रगति कर रहे हैं। सीरीज 1-1 से बराबरी पर है राहुल एनसीए बेंगलुरु में कछ और समय बिताएंगे और संभवत: चौथे और पांचवें टेस्ट के लिए लौट आएंगे। ऐसा कहने के बाद, इससे कुछ लोग नाराज हो गए हैं।
वहीं बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने नाम ना छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि, केएल राहुल ने अभी तक राजकोट में रिपोर्ट नहीं की है। स्थानीय रविंद्र जडेजा को टीम के साथ जोड़ा गया है। ये हमेशा फिटनेस से जुड़ा मामला था और बोर्ड की मेडिकल टीम को अभी भी भरोसा नहीं है कि वह मैच फिट है।
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने पूछा कि, अगर बीसीसीआई की मेडिकल टीम को पहले से पता था कि राहुल की स्क्वॉड चोट इतनी गंभीर है जितनी दिख रही है, तो पहले उन्हें अस्थायी टीम में क्यों रखा गया। खिलाड़ी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर अपनी बल्लेबाजी के वीडियो पोस्ट करके गलत संकेत क्यों भेज रहा है।